मिलावटी आमरस बनाने वाले कारखाने पर एफडीए का छापा, 3425 किलो आमरस जब्त 

FDA raids on adulterated mango shake factory in mumbai, nagpur
मिलावटी आमरस बनाने वाले कारखाने पर एफडीए का छापा, 3425 किलो आमरस जब्त 
मिलावटी आमरस बनाने वाले कारखाने पर एफडीए का छापा, 3425 किलो आमरस जब्त 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। फलों के राजा कहे जाने वाले आम के इस मौसम में लोगों को आमरस खूब भाता है, पर आम रस भी मिलावटखोरों से नहीं बच पाया है। राज्य के अन्न व औषध प्रशासन (एफडीए)  ने महानगर के मुलुंड इलाके में आम रस बनाने के कारखाने पर छापा मार कर 3 हजार 425 किलो मिलावटी आम रस जब्त किया है। जब्त किए गए आम रस की कीमत 8 लाख 87 हजार रुपये बताई गई है।

एफडीए प्रशासन को मुलुंड इलाके में स्थित राज इंडस्ट्रियल इलाके में गंदे तरीके से आम रस बनाने की गुप्त सूचना मिली थी। जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।  कार्रवाई के विषय में एफडीए के सहायक आयुक्त शैलेश आढाव ने कहा कि छापे मारी की कार्रवाई के दौरान मिले आमरस के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। यदि आमरस में जरुरत से ज्यादा खतरनाक रासायनिक पदार्थ पाए जाते है तो इसके लिए जिम्मेदार शख्स को पांच लाख रुपये के जुर्माने व कारावास की सजा हो सकती है। आम तौर पर कम आम से ज्यादा से ज्यादा रस निकाला जा सके इसके लिए रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। रासायनिक पदार्थ युक्त रस स्वस्थ्य के लिए घातक हाते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों से अपील करते है कि वे मिलावटी आमरस से सावधान रहें। 

पुलिस ने रिक्शा चालक से की बदसलूकी, देना होगा  50 हजार का मुआवजा ,- राज्य मानवाधिकार आयोग के आदेश
 राज्य मानवाधिकार आयोग ने एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा ऑटो रिक्शा ड्राइवर के साथ बदसलूकी के मामले में राज्य के पुलिस महानिदेशक कार्यालय को रिक्शा चालक को 50 हजार रुपये देने का निर्देश दिया है। आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष एम ए सैय्यद ने यह निर्देश विरार के रिक्शा चालक रमेश पाटिल की शिकायत पर सुनवाई के बाद दिया। अपनी शिकायत में पाटिल ने दावा किया था कि वह विरार पुलिस स्टेशन में अपना जब्त किया हुआ लाइसेंस लेने के लिए गया था। उसका लाइसेंस साल 2017 में एक यात्री के साथ हुए विवाद के चलते जब्त किया गया था। पाटिल ने अपना लाइसेंस मांगा तो  पुलिस कांस्टेबल जगदीश पाटिल ने उसके साथ गाली गलौच करने लगा।

रिक्शा चालक ने पुलिस कांस्टेबल द्वारा की गई बदसलूकी को अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया और उसने पुलिस कांस्टेबल के कृत्य को लेकर उप विभागीय पुलिस अधिकारी के पास शिकायत की। लेकिन विभागीय पुलिस अधिकारी ने पुलिस कांस्टेबल को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया। इससे असंतुष्ट रिक्शा चालक ने राज्य मानवाधिकार आयोग के पास शिकायत की।  शिकायत पर गौर करने और शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस कांस्टेबल की बदसलूकी को लेकर तैयार की गई वीडियो क्लिप को देखने के बाद आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष एम ए सैय्यद ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल का कृत्य शर्मनाक है। उसका बर्ताव उसे पुलिस दल के लिए अयोग्य बनाता है। इस मामले में शिकायतकर्ता मुआवजा पाने का हकदार है। लिहाजा हम राज्य के पुलिस महानिदेशक कार्यालय को निर्देश देते है कि वह शिकायतकर्ता को 50 हजार रुपये मुवावजे के तौर पर प्रदान करे। 

नागपुर में भी एफडीए ने लिये आम के सैंपल, कार्बाइड से पकाने का संदेह  
मई माह के शुरूआत होते ही शहर के बाजारों में विभिन्न प्रजाति के आम देखने मिल रहे हैं। लेकिन यह आम खाने के लिए सुरक्षित हैं, या नहीं इस उद्देश्य से अन्न व औषधि विभाग ने आम के 6 प्रजाति के सैंपल कलमना मार्केट से लिये हैं। इन आम के सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार आम को कैल्शियम कार्बाइड से पकाने की बात सामने आने पर संबंधित विक्रेताओं पर कार्रवाई होगी।

उल्लेखनीय है कि इन दिनों बाजारों में विभिन्न प्रजाति के आम देखने मिल रहे हैं। इनमें दशहरी, चौसा, बादामी, लंगडा, तोतापरी, केसर, हापूस, बैगनफल्ली आदि प्रजाति शामिल हैं। नागपुर में इनमें आधे से ज्यादा प्रजाति के आम मिलते हैं। जोकि तेलगाना, गुजरात, यूपी आदि दिशा से आने के साथ नागपुर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी आते हैं। शहर के मुख्य बाजार मंडी कलमना मार्केट है, यही पर उक्त दिशाओं से पहले आम लाये जाते है, यही से छोटे विक्रेता शहरभर में आम को बेचते हैं। प्राकृतिक तौर पर आम को पकने में समय लगता है। ऐसे में कच्चे आम को पेड़ों से तोड़कर पकाया जाता है। 

नियमानुसार इन आमों को चायना से आनेवाले इथिफॉस पाउडर से पकाना जरूरी है। इससे पके आम सेहत के लिए सुरक्षित हैं। लेकिन कुछ विक्रेता सस्ता पड़ने से लापरवाही बरतते हुए कैल्शियम कॉर्बाइड गैस से आम को पकाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह पकाये आम खाना सेहत के लिए हानिकार साबित हो सकता है। ऐसे में हाल ही में अन्न व औषधि विभाग के आयुक्त शशिकांत केकरे के मार्गदर्शन में व साहायक आयुक्त मिलिंद देशपांडे के नेतृत्व में कलमना मार्केट में आम के सैपल लिये गये। कुल 6 प्रजाति के आम के सैपल लिये हैं। जिसे जांच के लिए भेजा गया है।
 

Created On :   18 May 2019 12:43 PM GMT

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