भारत-अफगानिस्तान के बीच Air कॉरिडोर शुरु, पाक को मुहंतोड़ जवाब

first flight link between afghanistan and india
भारत-अफगानिस्तान के बीच Air कॉरिडोर शुरु, पाक को मुहंतोड़ जवाब
भारत-अफगानिस्तान के बीच Air कॉरिडोर शुरु, पाक को मुहंतोड़ जवाब

टीम डिजिटल,नई दिल्ली. भारत और अफगानिस्तान के बीच नए हवाई कॉरिडोर की सोमवार को शुरुआत हो गई. औषधी के रूप में प्रयोग किए जाने वाले 60 टन अफगान प्लांट लेकर एक एयर क्राफ्ट पहली बार इस कॉरिडोर से भारत पहुंचा. इस कॉरिडोर की महत्ता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि विमान के स्वागत के लिए खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गई थीं. उनके साथ नगर विमानन मंत्री गणपति राजू, विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर और भारत में अफगानिस्तान के राजदूत शाईदा मोहम्मद अब्दाली भी मौजूद थे.

पाकिस्तान को मिला मुंहतोड़ जबाव 
भारत अफगानिस्तान के साथ कारोबार के लिए दिल्ली-काबुल के बीच रोड कॉरिडोर बनाने की कोशिश में था. यह रास्ता पाकिस्तान से होकर गुजरता. इसलिए पाकिस्तान ने इस पर एतराज जताया. इस कॉरिडोर के बनने से भारत न केवल काबुल बल्कि अफगानिस्तान से सटे देशों से भी कारोबारी रिश्ते बेहतर कर सकता था. भले ही पाकिस्तान ने अपने देश से होकर गुजरने वाली सड़क को मंजूरी नहीं दी हो, लेकिन भारत भी कहां चुप बैठने वाला था. पाकिस्तान के एतराज के बाद भारत ने एक कदम आगे चलकर एयर कॉरिडोर का तरीका निकाला डाला.

दोनों देशों के डेलिगेशन के बीच हार्ट ऑफ एशिया में बायलैट्रल मीट के दौरान एयर कार्गो कॉरिडोर पर चर्चा हुई. दोनों देशों के बीच सिक्युरिटी, स्टैबिलिटी के अलावा ट्रेड के लिए एयर कॉरिडोर बनाने पर बातचीत हुई. गनी भी ट्रेड के लिए एयर कॉरिडोर बनाने के लिए तैयार हो गए. जिसके बाद दोनों के बीच यह सेवा शुरू कर दी गई है. बता दें कि 2010 में पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच ट्रेड एग्रीमेंट हुआ है. इसके तहत अफगानिस्तान अपने ट्रक पाकिस्तान के रास्ते का इस्तेमाल करके,किसी दूसरे देश में नहीं भेज सकता है.

इस कॉर्गो की कीमत 5 मिलियन डॉलर है. दोनों देशों के अधिकारियों को उम्मीद है कि भविष्य में पाकिस्तान को बाईपास करते हुए कई दूसरे फ्लाइट्स भी आएंगे. साथ ही चारों ओर से घिरे अफगानिस्तान को भारत के बाजारों तक पहुंचा देगा.

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इस कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य बेहतर वाणिज्यिक संबंध बनाना और अफगानिस्तान को निर्यातक देश बनाना है. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि अब अफगानिस्तान के कृषि उत्पाद पहली बार मालवाहक विमान से भारत जाऐगा साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'दोनों देशों के बीच सीधा हवाई संपर्क समृद्धि लेकर आएगा'. उन्होंने इसके लिए वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी को धन्यवाद भी दिया है.

Created On :   20 Jun 2017 3:52 AM GMT

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