शराब तस्करी में लिप्त सिपाही सहित 5 आरोपी गिरफ्तार, कार से लेकर आ रहे थे माल

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
शराब तस्करी में लिप्त सिपाही सहित 5 आरोपी गिरफ्तार, कार से लेकर आ रहे थे माल

डिजिटल डेस्क, नागपुर । शराब तस्करी में लिप्त नागपुर पुलिस मुख्यालय के एक सिपाही सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में पुलिस सिपाही परवेज इशाद बालापुरे (32) धरमपेठ, भूषण अशोक डुंभरे (26) देशपांडे ले-आउट, वर्धमान नगर, प्रकाश प्रमोद रंगारी (24) देशपांडे ले-आउट, हर्षल विनोद मोटघरे (28) जूना बगड़गंज, गंगाबाई घाट चौक और विजय बाबूराव तायवाडे (29) वर्धमान नगर, देशपांडे- ले आउट निवासी शामिल है। इन सभी आरोपियों के खिलाफ मूल थाने में मामला दर्ज किया गया है।

आरोपियों के बारे में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि, सभी दो कारों में अवैध शराब की खेप लेकर आ रहे हैं। उसके बाद मूल थाने के उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम राठोड़ ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। आरोपियों की कारों को रोकने के लिए चार्मोशी नाका मूल परिसर में नाकाबंदी की गई। इस दौरान आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ गए। आरोपियों की कार से 24 बॉक्स अवैध शराब जब्त की गई। दोनों कार व अवैध शराब सहित 17 लाख से अधिक रुपए का माल जब्त किया गया। इसके पहले भी नागपुर पुलिस विभाग के कर्मचारी शराब तस्करी प्रकरण में लिप्त पाए जा चुके हैं । कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।

सूत्रों के अनुसार मूल पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कार क्रमांक एमएच- 40, एटी- 8171 और कार क्रमांक एमएच-40, एटी- 8199 में अवैध शराब की खेप नागपुर से चंद्रपुर जा रही है। मूल पुलिस ने नाकाबंदी कर दोनों कार से 1152  विदेशी शराब सहित करीब 3 लाख 46 हजार रुपए की अवैध शराब जब्त की गई। पुलिस ने दोनों कार को भी जब्त किया, जिसकी कीमत करीब 13 लाख रुपए बताई गई है। सभी आरोपी इन दोनों कार से शराब की तस्करी करते थे। मूल पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।  

पुलिस व मंडल पदाधिकारियों में नोक-झोंक 

दुर्गा उत्सव मंडल के पदाधिकारियों और अंबाझरी पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। आरोप-प्रत्यारोप के चलते कुछ समय के लिए तनाव का माहौल बना रहा।  दुर्गा उत्सव मंडल के पदाधिकारी गाजे-बाजे के साथ दुर्गा प्रतिमा ले जा रहे थे। इस बीच गोकुलपेठ चौक में यातायात और ध्वनि प्रदूषण हुआ, जिससे पदाधिकारियों से पुलिस ने विभाग की अनुमति लेने के बारे में पूछताछ की। इस बीच थाने के एक सिपाही ने गाली-गलौज की। इससे माहौल बिगड़ गया। मंडल पदाधिकारी और पुलिस के बीच में तीखी नोक-झोंक हुई।  

Created On :   30 Sep 2019 7:08 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story