पनीर की पैकिंग 3 अगस्त, बिल 2 का मिला, जांच में नामी कंपनी का फर्जीवाड़ा , 80 किलो कराया नष्ट

Food and drugs department busted 80 kg paneer and destroyed
पनीर की पैकिंग 3 अगस्त, बिल 2 का मिला, जांच में नामी कंपनी का फर्जीवाड़ा , 80 किलो कराया नष्ट
पनीर की पैकिंग 3 अगस्त, बिल 2 का मिला, जांच में नामी कंपनी का फर्जीवाड़ा , 80 किलो कराया नष्ट

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नागपुर से छिंदवाड़ा के लिए आ रहे दूध उत्पादों की जांच के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने  देर रात रामाकोना और सिल्लेवानी घाट में दो वाहनों को रोका। जांच में टीम को वाहन में मिले दूध के अन्य उत्पादों के साथ 80 किलो पनीर मिला। पनीर की पैकिंग डेट तीन अगस्त की थी, लेकिन बिल 2 अगस्त का था। जांच में नामी कंपनी का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिसके बाद खाद्य निरीक्षकों की टीम ने सेम्पल लेकर पनीर नष्ट कराया। सेम्पल जांच के लिए भोपाल लैब भेजे जाएंगे।

एक दिन पूर्व का बिल

खाद्य निरीक्षक कमलेश दियावार और पुरुषोत्तम भंडूरिया ने बताया कि दिनशा मिल्क प्रोडेक्ट का एक वाहन रामाकोना और दूसरा वाहन सिल्लेवानी घाट पर  पकड़ा गया। वाहन में मिले पनीर के चार किलो की पैकिंग में कंपनी का नाम और पैकिंग डेट आदि नहीं थी। इसके अलावा पनीर के एक किलो की पैकिंग में पैकिंग डेट 3 अगस्त लिखी थी जबकि बिल 2 अगस्त को तैयार कर लिए गए थे। वहीं वाहन में मिल्क ब्रेड मिली और बिल सेंडबिज ब्रेड के थे। यह बड़ा फर्जीवाड़ा है, जिसकी जांच की जा रही है।  पैकिंग डेट न होने पर सेम्पल लेने के बाद 80 किलो पनीर नष्ट कर दिया गया है। दिनशा कंपनी के खिलाफ प्रकरण बनाया गया है। वहीं छह सेम्पल जांच के लिए भोपाल भेजे जाएंगे। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

परिवहन लाइसेंस भी नहीं मिला

खाद्य निरीक्षक पुरुषोत्तम भंडूरिया ने बताया कि नागपुर से मिल्क प्रोडेक्ट लेकर आने वाले वाहन चालक के पास परिवहन का लाइसेंस भी नहीं मिला है। वाहन मालिक को नोटिस जारी किया जा रहा है। लाइसेंस उपलब्ध नहीं कराने पर कार्रवाई की जाएगी। फूड प्रोडक्ट परिवहन के लिए नागपुर या छिंदवाड़ा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से लाइसेंस लेना जरुरी है। निरीक्षकों की टीम ने सेम्पल लेकर पनीर नष्ट कराया। सेम्पल जांच के लिए भोपाल लैब भेजे जाएंगे।

Created On :   5 Aug 2019 9:13 AM GMT

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