मुकुल रॉय बोले- डेंगू से मरीज मर रहे हैं और ममता नाच-गाने में व्यस्त है
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बीजेपी में शामिल होते ही टीएमसी के पूर्व सांसद मुकुल रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपने बगावती तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं। बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कोलकाता में अपनी पहली रैली में कहा कि जहां एक ओर बंगाल डेंगू की बीमारी से जूझ रहा है तो वहीं राज्य की चिंता छोड़ ममता बनर्जी फिल्म समारोह में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू से राज्य में अब तक 80 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं लेकिन मुख्यमंत्री को नाच-गाने से फुर्सत नहीं है।
मुकुल रॉय ने ममता पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लक्ष्मी पूजा और दुर्गा पूजा पर लगाई गई रोक से यह स्पष्ट हो गया है कि ममता बनर्जी अल्पसंख्यकों की राजनीति कर रहीं हैं और बंगाल की जनता 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मौका देगी।
ममता बनर्जी के विदेशी दौरों पर प्रश्न उठाते हुए मुकुल रॉय ने कहा कि जैसे ज्योति बसु और बुद्धदेव भट्टाचार्य निवेश लाने के नाम पर विदेशी यात्राएं करते थे अब वहीं हाल ममता बनर्जी का है। उन्होंने कहा कि ममता तो कई मायनो में ज्योति बसु भी आगे निकल चुकीं हैं। मुकुल रॉय ने राज्य के प्रशासन और पुलिस के रवैये पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है। मुकुल रॉय ने कहा कि "मुझे बंगाल में लोकतंत्र चाहिए" और मुझे राजनीतिक आजादी पाने का पूरा अधिकार है।
पूर्व सांसद मुकुल रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भतीजे अभिषेक बनर्जी को फायदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए फुटबॉल विश्वकप में ममता बनर्जी के साथ विश्व बंगला नाम की कंपनी का खूब प्रचार-प्रसार किया गया, आखिर विश्व बंगला है क्या? उन्होंने बताया कि विश्व बंगला ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की कंपनी है जिसका प्रसार सरकार विश्व भर में कर रही है। मुकुल रॉय ने कहा कि राज्य में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तो हैं लेकिन उनमें डॉक्टरों की कमी है और डेंगू के मामले में राज्य की असहाय स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल चुकी है।
आपको बता दें कि मुकुल रॉय ने दुर्गा पूजा के समय पर पार्टी छोड़ने का फैसला किया था जिसके बाद टीएमसी ने उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया था। जिसके बाद मुकुल रॉय 4 नवंबर को बीजेपी में शामिल हुए थे। पश्चिम बंगाल की राजनीति में मुकुल रॉय एक बड़ा चेहरा माने जाते हैं और टीएमसी में ममता के बाद नंबर-2 माने जाते थे। पूर्व रेलमंत्री मुकुल रॉय का नाम शारदा चिटफंड घोटाले में भी आ चुका है। रॉय 20 मार्च 2012 से 21 सितंबर 2012 तक यूपीए सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं।
Created On :   10 Nov 2017 11:51 AM GMT