टैक्स वसूलने में काम आया खास फॉर्मूला, जेटली बोले- "वसूले जा चुके है 26500 करोड़"
डिजिटल डेस्क । टैक्स चोरी करने वालों पर सरकार अब सख्त होती नजर आ रही है। टैक्स का पैसा निकलवाने के लिए केंद्र खास फार्मूले पर काम कर रही है। दरअसल सरकार एक खास मॉनिटरिंग सिस्टम लेकर आई हैं, जिसकी मदद से सरकार ऐसे लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है, जो बड़े लेन-देन तो करते हैं, लेकिन बदले में सरकार को पर्याप्त टैक्स नहीं देते। आपको बता दें कि, अब तक सरकार ने ऐसे लोगों पर दवाब बनाकर 1.7 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स जमा करवा लिया है। इस तरह से केंद्र सरकार को दिसंबर तक 26,500 करोड़ रुपए की राजस्व मदद मिली है।
वित्त मंत्री ने संसद में दिया ब्योरा
इससे पहले शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में लिखित जवाब देते हुए कहा था कि, पिछले कुछ सालों से टैक्स डिपार्टमेंट ऐसे लोगों को पर नजर लगाए हुआ था, जो बड़े पैमाने पर रकम का आदान प्रदान तो करते हैं, लेकिन पर्याप्त टेक्स जमा नहीं करते। डिपार्टमेंट ऐसे लोंगों को चिन्हित करके उनके घर और जरूरी डाटा की जांच में भी जुटा है।
ऐसा की गई कार्रवाई
उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए संसद को बताया कि, 2 लाख से ऊपर के किसी भी लेन-देन के लिए PAN नंबर जरूरी होता है, जिससे लोगों के सभी तरह के लेन-देन की जानकारी सरकार को मिलती रहे। इसकी वजह से पिछले साल ऐसे 35 लाख लोगों टैक्स डिपार्टमेंट ने शक के दायरे में लेते हुए चिन्हित किया, साथ ही ये पता किया कि, उन्होंने कितना आदान प्रदान किया है और कितना टैक्स चुकाया है। इस तरह काफी लोगों ने टैक्स जमा किया, जिससे राजस्व आय बढ़ी।
10% आबादी है टारगेट
जेटली ने कहा कि हमारा मकसद देश के 1.25 करोड़ लोगों से रिटर्न फाइल करवाना है। इन्हें हमने चयनित कर लिया है। उन्होंने कहा कि, ऐसे लोगों से हम मेसेज, ईमेल, या फोन नंबर के आधार पर संपर्क कर रहे है।
Created On :   10 Feb 2018 8:31 AM GMT