गडकरी बोले- सांस्कृतिक नगरी के रूप में बन रही है नागपुर की पहचान, सीएम ने गिनाई एक और खास बात

Gadkari says- Nagpur Identifying as a cultural city, CM counted another important thing
गडकरी बोले- सांस्कृतिक नगरी के रूप में बन रही है नागपुर की पहचान, सीएम ने गिनाई एक और खास बात
गडकरी बोले- सांस्कृतिक नगरी के रूप में बन रही है नागपुर की पहचान, सीएम ने गिनाई एक और खास बात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि नागपुर की पहचान सांस्कृतिक नगरी के रूप में बन गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए यहां भव्य सभागृह है। सांस्कृतिक कार्यों में सामाजिक संस्थाओं का बड़ा योगदान रहता है। शनिवार को चिटणवीस सेंटर में नागपुर लिटररी फेस्ट के उद्घाटन के मौके पर श्री गडकरी बोल रहे थे। झील प्रतिष्ठान, उतिष्ठ प्रतिष्ठान व चिटणवीस सेंटर ने कार्यक्रम का आयोजन किया है। विशेष अतिथि शास्त्रीय गायिका डॉ. प्रभा अत्रे, संघ विचारक  मा.गो. वैद्य थे। श्री वैद्य ने कहा कि मूल्य आधारित जीवन पद्धति स्वीकारने व संस्कृति धर्म का जतन करने से साहित्य-संस्कृति का संवर्धन होता है। कार्यक्रम की प्रस्तावना झील फाउंडेशन के अजय देशपांडे ने रखी। लेखक एस.जी देशपांडे व जाने माने चिकित्सक लोकेंद्र सिंह ने विचार व्यक्त किए।

जहां खनिज, वहीं उससे संबंधित उद्योग लगाए जाएंगे : देसाई

 उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि जहां खनिज संपदा है, वहीं पर उससे संबंधित उद्योग लगाए जाएंगे। खनिज से संबंधित उद्योगों का क्लस्टर खड़ा करने पर जोर दिया गया। वे उद्योग व खनिकर्म विभाग, एमएसएमसी आैर वेद के संयुक्त तत्वावधान में शहर के एक  होटल में आयोजित दो दिवसीय मिनकॉन कॉनक्लेव के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। मंच पर प्रमुखता से केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, खनिकर्म महामंडल के अध्यक्ष आशीष जयस्वाल, सांसद कृपाल तुमाने, उद्योग िवभाग के अतिरिक्त मुख्यसचिव सतीश गवई, प्रबंध संचालक एस. राममूर्ति, सुधीर पालीवाल उपस्थित थे। 

सस्ती बिजली दी जाएगी

देसाई ने कहा कि वन व खनिज संपदा के मामले में विदर्भ समृद्ध है। खनिज उद्योग में काफी अवसर हैं। इससे राज्य काे बड़े पैमाने पर राजस्व मिलता है। खनिज से राजस्व में और वृद्धि हो सकती है। पर्यावरण को बगैर नुकसान पहुंचे उद्योग बढ़ने चाहिए। उद्योगों को सस्ते दर पर बिजली दी जाएगी। जहां खनिज संपदा है, वहीं पर उससे संबंधित व आधारित उद्योग लगाए जाएंगे। इस तरह का क्लस्टर खड़ा करने पर जोर दिया जा रहा है। क्लस्टर को भी सस्ते दर पर बिजली दी जाएगी। महाराष्ट्र आैद्योगिक विकास महामंडल उद्योगों को पूरा सहयोग देगा। रोजगार की चुनैाती से निपटने में खनिज उद्योग अहम भूमिका निभा सकते हैं। खनिज उद्योगों को अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। राज्य में सभी खानपट्टों का डिजिटाइजेशन हो चुका है।

विदर्भ में काफी स्कोप

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि खनिज उद्योगों से रोजगार मिलेंगे। इसके लिए विदर्भ में काफी स्कोप हैं। इन उद्योगों के लिए विशेष नीति बनाने व सुविधाएं देने पर जोर है। विदर्भ में मैगनीज बड़ी मात्रा में है आैर मैगनीज आधारित उद्योग बढ़ाने के काफी अवसर हैं। विदर्भ के कोयले को उसकी गुणवत्ता के हिसाब से दाम मिलना चाहिए। पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि विदर्भ खनिज समृद्ध प्रदेश है। फ्लाय एश क्लस्टर का निर्माण नागपुर व चंद्रपुर में हो रहा है। खनिज से संबंधित उद्योगों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। खनिकर्म महामंडल के अध्यक्ष आशीष जयस्वाल ने कहा कि वन, खनिज व पर्यटन विदर्भ की पहचान है। इसे बढ़ाने की पुरजोर कोशिश हो रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव सतीश गवई व देवेंद्र पारेख ने भी विचार रखे। संचालन रीना सिन्हा, अतुल ताजपुरिया व आभार शिवकुमार राव ने माना।

आदिवासी संस्कृति ने शहर को दिलाया आकार : फडणवीस

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि आदिवासी संस्कृति काफी समृद्ध है। इस संस्कृति ने नागपुर शहर को आकार दिया है। आदिवासी संस्कृति से ही नागपुर को अस्तित्व मिला है। आदिवासी समाज ने वर्षों तक जल, जमीन व जंगल की रक्षा की है। परंपरागत आदिवासी संस्कृति के जतन के लिए मनपा की ओर से शनिवार को आदिवसी महोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस इसी महोत्सव में बोल रहे थे। भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक  सुधाकर देशमुख, विधायक डॉ. परिणय फुके, महोत्सव आयोजक राष्ट्रीय जनजाति आयोग की सदस्य माया इवनाते, मनपा के सत्ता पक्ष नेता संदीप जोशी, धरमपेठ जोन सभापति प्रमोद कौरती, नगरसेवक संजय बंगाले, जगदीश ग्वालवंशी, संदीप जाधव, अमर बागडे, नगरसेविका रुतिका मसराम, गोंड राजमाता राजश्रीदेवी उईके, नवनीत सिंह तुली, नंदलाल पंजवानी, संजय गिरगावकर, किशन गावंडे, शाम धुर्वे उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोंड राजे बख्त बुलंदशाह ने भारत में आदिवासी परंपरा को पहुंचाने का काम किया। आदिवासी परंपरा महाराष्ट्र की समृद्ध परंपरा है। आनेवाली पीढ़ियों की प्रेरणा के लिए यह संस्कृति जीवित रहनी चाहिए। आदिवासी महोत्सव के माध्यम से संस्कृति संवर्धन का कार्य किया जा रहा है। 


सांस्कृतिक मूल्य का जतन आवश्यक : गडकरी

भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि सांस्कृतिक मूल्यों का जतन करना आवश्यक है। देश में सड़क, यातायात व रोजगार सुविधा का महत्वपूर्ण काम हो रहा है। विधान भवन के सामने गोंड राजे बख्त बुलंदशाह की प्रतिमा स्थापित करने में माया इवनाते के नेतृत्व का बड़ा योगदान रहा है। आदिवासी संस्कृति के संवर्धन के लिए कदम बढ़ाए गए हैं। आदिवासी महोत्सव के माध्यम से नई पीढ़ी को संस्कृति का अध्ययन होगा। ‘नागपुर का राजा’ नाटक की श्री गडकरी ने सराहना की। कार्यक्रम की प्रस्तावना माया इवनाते ने रखी। संचालन संदीप जाधव ने किया। 

Created On :   10 Feb 2019 1:33 PM GMT

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