गजलक्ष्मी व्रत 13 को, 8 गुना बढ़ता है इस दिन खरीदा गया सोना

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गजलक्ष्मी व्रत 13 को, 8 गुना बढ़ता है इस दिन खरीदा गया सोना
गजलक्ष्मी व्रत 13 को, 8 गुना बढ़ता है इस दिन खरीदा गया सोना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महालक्ष्मी व्रत इस वर्ष बुधवार 13 सितंबर को मनाया जाएगा। इस मां लक्ष्मी की गज के साथ पूजा की जाती है। जिसकी वजह से इसे गजलक्ष्मी व्रत भी कहा जाता है। इस व्रत के पूजन का अलग विधान है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन खरीदा गया सोना 8 गुना बढ़ता है। इस दिन मां लक्ष्मी के 8 रूपों श्री धन लक्ष्मी मां, श्री गज लक्ष्मी मां, श्री वीर लक्ष्मी मां, श्री ऐश्वर्या लक्ष्मी मां, श्री विजय लक्ष्मी मां, श्री आदि लक्ष्मी मां, श्री धान्य लक्ष्मी मां और श्री संतान लक्ष्मी मां की पूजा का विशेष महत्व है। यहां हम आपको महालक्ष्मी व्रत के दौरान आवश्यक दिशा-निर्देशों के बारे में बताने जा रहे हैं..


- मिट्टी का हाथी बाजार से लाकर या घर में बना कर उसे स्वर्णाभूषणों से सजाएं। नया खरीदा सोना हाथी पर रखने से पूजा का विशेष लाभ मिलता है। श्रद्धानुसार चांदी या सोने का हाथी भी ला सकते हैं।

- कलश के पास हल्दी से कमल बनाकर उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति प्रतिष्ठित करें।

- माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने श्रीयंत्र भी रखें। कमल के फूल से पूजन करें।

- पान के पत्तों से सजे कलश में पानी भरकर मंदिर में रखें। कलश के ऊपर नारियल रखें।

- कलश के चारों तरफ लाल धागा बांधे और कलश को लाल कपड़े से अच्छी तरह से सजाएं।  कलश पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं। स्वास्तिक बनाने से जीवन में पवित्रता और समृद्धि आती है।

- गज को घर में पकवान चढ़ाएं, कलश में चावल और सिक्के डालें। इसके बाद इस कलश को महालक्ष्मी के पूजास्थल पर रखें।

- सोने- चांदी के सिक्के, मिठाई व फल भी रखें। इसके बाद माता लक्ष्मी के 8 रूपों की इन मंत्रों के साथ कुंकुम, चावल और फूल चढ़ाते हुए पूजा करें।

महालक्ष्मी मंत्र

  • ॐ आद्यलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ विद्यालक्ष्म्यै नम:
  • ॐ सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ अमृतलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ कामलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ सत्यलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ भोगलक्ष्म्यै नम:
  • ॐ योगलक्ष्म्यै नम:
     

Created On :   9 Sep 2017 5:49 AM GMT

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