जब गिलहरी के बच्चों ने रूकवा दिया गणेश विसर्जन, जानिए कैसे ?

Ganesh immersion did not happen in Indore city, know why ?
जब गिलहरी के बच्चों ने रूकवा दिया गणेश विसर्जन, जानिए कैसे ?
जब गिलहरी के बच्चों ने रूकवा दिया गणेश विसर्जन, जानिए कैसे ?

डिजिटल डेस्क,इंदौर। मंगलवार को एक तरफ पूरे देश में भगवान गणेश को विसर्जित किया जा रहा था, तो वहीं इंदौर के कृष्णपुरा छत्री के पास विराजे गणेश जी की भी आरती, पूजा-पाठ के बाद विसर्जित करने की पूरी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन आखिरी समय में विसर्जन रोक दिया गया।

दरअसल कृष्णपुरा छत्री के पास विराजे "बाहुबली गणेश" पंडाल में भगवान गणेश की सूंड को गिलहरियों ने अपना घर बना लिया। सूंड में ही गिलहरी ने अपने बच्चे दे दिए। जैसे ही आयोजकों को इस बात का पता चला आयोजक अंसमंजस में पड़ गए कि गणेश जी का विसर्जन किया जाए या नहीं। आखिरकार विसर्जन नहीं करने का निर्णय लिया गया। 

आयोजन समिति के दीपेश पचौरी ने बताया कि रोजाना पूजन-अर्चन और धूप-दीप के बावजूद भी गिलहरी ने मूर्ति की सूंड में घर बनाकर बच्चे दे दिए। गिलहरी बेहद शर्मिली होती है। थोड़ी सी आहट सुनते ही भाग जाता है। इतने शोर के बीच उसने बप्पा के सूंड को ही चुना। मंगलवार को पूजा के बाद जैसे ही समिति के सदस्य मूर्ति को विसर्जन के लिए उठाने आगे बढ़े तो सूंड के पास गिलहरी दिखाई दी। अंदर से छोटे-छोटे बच्चों की आवाज आ रही थी। इस पर सभी रुक गए। काफी देर विचार के बाद तय किया की यदि विसर्जन किया तो गिलहरियां भी पानी में बह जाएंगी। अब प्राणी विशेषज्ञों की सलाह लेकर मूर्ति विसर्जन का नया मुहूर्त निकाला जाएगा।
 

Created On :   6 Sep 2017 4:07 AM GMT

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