अविरलता के बिना गंगा की निर्मलता संभव नहीं : नीतीश

Gangas clarity is not possible without interruption
अविरलता के बिना गंगा की निर्मलता संभव नहीं : नीतीश
अविरलता के बिना गंगा की निर्मलता संभव नहीं : नीतीश

एंजेसियां.पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि गंगा की अविरलता के बिना इसकी निर्मलता संभव नहीं है. कुमार ने यहां केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा जीर्णोद्धार मंत्री उमा भारती से हुई मुलाकात के दौरान गंगा की अविरलता का मुद्दा उठाते हुये कहा कि वह इस मामले को लगातार उठाते रहे हैं. गंगा नदी के जलस्राव में कमी के कारण इसके तल में अत्यधिक गाद जमा हो गई है. उन्होंने कहा कि चितले कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में गाद का जिक्र किया है लेकिन कमेटी ने स्थल का निरीक्षण नहीं किया. इस कमेटी की रिपोर्ट पर बिहार की टिप्पणी केन्द्र सरकार को भेजी जा चुकी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में भी और वर्ष 2015 में इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि फरक्का बराज के निर्माण के बाद गंगा नदी के जल का नैसर्गिक प्रवाह बाधित हुआ है. बराज के अपस्ट्रीम में गंगा के प्रवाह में जो गाद पहले जल के साथ बह जाती थी, अब नदी के तल में जमा होती जा रही है. कुमार ने कहा कि 20 वर्ष पूर्व गंगा नदी की जो गहराई थी वह गाद के कारण अब कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी की विशेषता को समझना होगा. इंग्लैंड और अमेरिका की नदियों से इसकी तुलना नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि सोन नदी और पुनपुन की धार खत्म हो गयी है. पानी का बहाव घट गया है और पहले जो पानी गाद के साथ निकलता था, वह अब नहीं निकल पा रहा है.

Created On :   2 Jun 2017 7:21 AM GMT

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