गौरी लंकेश केस : 5 दिनों के लिए SIT की कस्टडी में भेजा गया आरोपी नवीन कुमार

Gauri Lankesh case: Identity of main accused, handed over to SIT
गौरी लंकेश केस : 5 दिनों के लिए SIT की कस्टडी में भेजा गया आरोपी नवीन कुमार
गौरी लंकेश केस : 5 दिनों के लिए SIT की कस्टडी में भेजा गया आरोपी नवीन कुमार

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। गौरी लंकेश हत्याकांड में कर्नाटक पुलिस ने हिरासत में लिए गए के. टी. नवीन कुमार को मुख्य आरोपी करार दे दिया है। शुक्रवार को बेंगलुरु मजिस्ट्रेट कोर्ट के द्वारा नवीन कुमार 5 दिनों के लिए विशेष जांच दल (SIT) की हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि आरोपी की जमानत याचिका को चुनौती देते हुए सरकारी वकील ने कोर्ट आरोपी को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेजने की मांग की थी। यह इस सनसनीखेज मामले में मिली एक बड़ी कामयाबी बताई जा रही है। सरकारी वकील ने कोर्ट को एक बंद लिफाफे में जांच की डिटेल भी सौंपी थी। कर्नाटक पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम ने 18 फरवरी को केटी नवीन को मैजेस्टिक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था।

आरोपी ने किया था हिंदूवादी सभा का आयोजन
एक अखबार की रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि नवीन कुमार ने पिछले साल नवंबर में एक वेडिंग हाल में हिन्दू कार्यकर्ताओं की एक सभा का आयोजन किया था। बताया जा रहा है कि इस सभा का आयोजन हिंदू युवा सेना मद्दुर के साथ मिलकर किया गया था। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता का कार्यभार नवीन कुमार ने संभाला था। यह सभा अन्नपूर्णेश्वरी कल्याण मंदिर में आयोजित की गई थी। यह जानकारी संस्था की अधिकारिक वेबसाइट पर भी पोस्ट की गई है। वहीं पिछले दिनों एक खबर सामने आई थी कि SIT की जांच में गौरी लंकेश के भाई सहयोग नहीं कर रहे हैं। उनसे कुछ मामलों में SIT ने पूछताछ की थी, लेकिन इंद्रजीत ने उसका जवाब देने से मना कर दिया था। 

सिद्धारमैया सरकार पर आरोप
गौरी लंकेश के भाई इंद्रजीत लंकेश ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्रदेश के गृहमंत्री और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस मामले को सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए भुना रहे हैं और इसकी जांच भी पॉलिटिकल एंगल पर जारी है। गौरतलब है कि 5 सितंबर को पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या अज्ञात बदमाशों ने उनके बेंगलुरु स्थित घर में घुसकर गोली मारकर की थी। गौरी लंकेश एक कन्नड़ पत्रिका की सम्पादक थीं। उन्हें हिंदूवादी राजनीति का कट्टर आलोचक भी माना जाता था। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था।

Created On :   9 March 2018 11:33 AM GMT

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