बिजनेस कम्युनिटी से बोले पीएम, टैक्स कटौती के बाद भारत में निवेश का सुनहरा अवसर

बिजनेस कम्युनिटी से बोले पीएम, टैक्स कटौती के बाद भारत में निवेश का सुनहरा अवसर
हाईलाइट
  • न्यूयॉर्क में ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए पीएम ने ये बात कही
  • पीएम ने कहा
  • कॉर्पोरेट टैक्स कटौती के ने निवेश का एक सुनहरा अवसर पैदा किया है
  • पीएम मोदी ने ग्लोबल बिजनेस कम्युनिटी को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ग्लोबल बिजनेस कम्युनिटी को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के कॉर्पोरेट टैक्स कटौती के हालिया कदम ने निवेश का एक सुनहरा अवसर पैदा किया है। उन्होंने न्यूयॉर्क में ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए व्यापार के माहौल में सुधार के लिए और उपायों का वादा किया।

पीएम मोदी ने कहा, "अगर आप एक ऐसे बाजार में निवेश करना चाहते हैं, जहां स्केल है, तो भारत आइए ... यदि आप एक विशाल बाजार के साथ स्टार्ट-अप में निवेश करना चाहते हैं, तो भारत आएं ... यदि आप दुनिया के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर इकोसिस्टम में से एक में निवेश करना चाहते हैं, तो भारत आएं।" उन्होंने यह भी कहा कि देश इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में भारी निवेश कर रहा है।

पीएम ने कहा, "आपकी जानकारी में होगा कि अभी कुछ दिन पहले ही हमने कॉरपोरेट टैक्स में भारी कमी करने का फैसला लिया है। ये निवेश के स्तर से बहुत क्रांतिकारी कदम है और इस फैसले के बाद मेरी बिजनेस वर्ल्ड के जितने भी लोगों से बात हुई, मुलाकात हुई, वो इसे बहुत ऐतिहासिक मान रहे हैं।" पीएम ने कहा, "हमने 50 से ज्यादा ऐसे पुराने कानूनों को भी समाप्त कर दिया है, जो विकास के कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे थे।"

पीएम ने कहा, "अब हम आने वाले वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए, यानि लगभग 1.3 ट्रिलियन डालर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रहे हैं। इसके अलावा भारत के सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी लाखों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "भारत की ग्रोथ स्टोरी में क्वालिटेटिव और क्वांटिटेटिव लीप का रोडमैप जमीन पर उतर चुका है। अब भारत ने एक बड़ा लक्ष्य रखा है- देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का।"

पीएम मोदी ने कहा, "आज भारत की ग्रोथ स्टोरी के चार अहम फैक्टर हैं जो एक साथ, दुनिया में मिलने मुश्किल हैं। ये 4 फैक्टर हैं, डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डिसिसिवनेस।" उन्होंने कहा, "अगर मैं पहले फैक्टर की बात करूं तो भारत में ऐसा मौका, ऐसी पॉलिटिकल स्टेबलिटी कई दशकों के बाद आई है। जब डेमोक्रेसी हो, पॉलिटिकल स्टेबलिटी हो, पॉलिसी प्रेडिक्टेबल  हो, ज्यूडिशियरी स्वतंत्र हो, तो इन्वेस्टमेंट की सेफ्टी, सिक्योरिटी और ग्रोथ का भरोसा अपने आप मिलता है।"

पीएम ने कहा "इस ग्रोथ को बल मिलता है भारत के डेमोग्राफिक डिविडेंड से,  युवा और एनरजेटिक टैलेंट पूल से। भारत आज दुनिया के सबसे बड़े इंजीनियरिंग एजुकेशन बेस और सबसे मजबूत रिसर्च एंड डेवलपमेंट सुविधाओं वाले देशों में से एक है।" उन्होंने कहा, "इनोवेशन को लेकर जो एनकरेजमेंट भारत के युवाओं को मिल रहा है, उसके कारण अमेरिका और चीन के बाद भारत यूनिकॉर्न के मामले में तीसरे नंबर पर है।"

पीएम ने कहा "तीसरा डिमांड का फैक्टर है। जैसे-जैसे भारत की बड़ी आबादी इकोनॉमिकली एमपावर्ड हो रही है, पर्चेजिंग पावर बढ़ रही है, वैसे-वैसे डिमांड भी बढ़ रही है।" उन्होंने कहा "डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डिमांड के साथ ही आज जो बात भारत को विशेष बनाती है, वो है डिसिसिवनेस. एक डायवर्स और फेडरल डेमोक्रेसी होने के बावजूद बीते 5 वर्ष में पूरे भारत के लिए सीमलेस, इनक्लूसिव और ट्रांसपेरेंट व्यवस्थाएं तैयार करने पर बल दिया गया है।"

पीएम ने कहा, "बीते 5 सालों में भारत में 286 बिलियन FDI हुआ है। ये बीते 20 साल में भारत के टोटल FDI इनफ्लो का आधा है।अमेरिका ने भी जितना FDI बीते दशकों में भारत में किया है, उसका 50 प्रतिशत सिर्फ पिछले 4 सालों में हुआ है। उन्होंने कहा, "करीब 90 प्रतिशत FDI ऑटोमेटिक रूट से हुआ है और 40 प्रतिशत ग्रीनफील्ड इन्वेस्टमेंट है। यानि आज इन्वेस्टक का भारत पर भरोसा बढ़ा है और वो लंबे समय के लिए आ रहा है।"

 

 

Created On :   25 Sep 2019 3:38 PM GMT

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