शुरू हुआ खूनी खेल गोटमार, अब तक 58 लोग घायल

Gotmar mela start in chhindwara,58 People injured
शुरू हुआ खूनी खेल गोटमार, अब तक 58 लोग घायल
शुरू हुआ खूनी खेल गोटमार, अब तक 58 लोग घायल

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्ना में दो इलाकों के लोगों के बीच खेले जाने वाले परंपरागत खूनी खेल गोटमार मेले की शुरूआत हो गई है। दोपहर तक गोटमार मेले में 58 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इस दौरान मौके पर उपचार सुविधा में लापरवाही होने की बात से नाराज लोगों ने एंबुलेंस में तोड़फोड़ कर पुलिस पर पथराव किया। प्रशासन की सख्ती की वजह से लोग नाराज हैं।

दरअसल जाम नदी पर पांढुर्ना और सावरगांव के संगम पर वर्षों पुरानी गोटमार खेलने की परंपरा निभाई जाती है। मेले के दौरान खिलाड़ी एक-दूसरे पर पत्थर बरसाते हैं। मां चंडिका के चरणों में माथा टेककर हर कोई गोटमार मेले में शामिल होता है। सोमवार की रात मां चंडिका के पूजन के बाद झंडेरूपी पलाश का पेड़ गाड़ा गया। मेले के दौरान जाम नदी के बीच गाड़े जाने वाले झंडे के दोनों ओर पांढुर्ना और सावरगांव से गोटमार खेलने वाले खिलाड़ी एक-दूसरे पर पत्थरों की बरसात करते हैं। 

मेले से जुड़ी किवदंतियां
मेले से जुड़ी कहानी है कि सांवरगांव की एक आदिवासी कन्या का पांढुर्ना के युवक से प्रेम हो गया था। दोनों ने चोरी-छिपे प्रेम विवाह किया। पांढुर्ना का लड़का युवती को भगाकर अपने साथ ले जाने लगा। इस दौरान सांवरगांव के लोगों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। इस बीच पांढुर्ना के लोग भी वहां आ पहुंचे ओर वे भी पत्थर चलाने लगे। तब से ये गोटमार मेले की परंपरा शुरू हो गई।

9 DSP, 19 TI तैनात
सोमवार की शाम आईजी जयदीप प्रसाद और एसपी गौरव तिवारी ने पांढुर्ना पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। एसडीओपी नीरज सोनी ने भी संवेदनषील स्थानों का दौराकर स्थिति का मुआयना किया। गोटमार मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 9 डीएसपी, 19 टीआई और तीन एसएएफ की टुकड़ी तैनात की गई है। सुरक्षा को लेकर 800 पुलिसकर्मियों का बल बुलाया गया है। इसके अलावा एक वज्र वाहन और रक्षा समिति के 150 सदस्यों को सुरक्षा में लगाया गया है। मेले और शहर के सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था के अलावा शहर में आने-जाने वाले वाहनों और लोगों पर नजर रखने भी पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। 
 

Created On :   22 Aug 2017 8:31 AM GMT

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