गोरेवाड़ा फारेस्ट रेंज में इंडियन, अफ्रीकन सफारी की राह हुई आसान, जेवीसी करेगी प्रोजेक्ट को साकार

Government is going to develop Gorewada forest range for tourists
गोरेवाड़ा फारेस्ट रेंज में इंडियन, अफ्रीकन सफारी की राह हुई आसान, जेवीसी करेगी प्रोजेक्ट को साकार
गोरेवाड़ा फारेस्ट रेंज में इंडियन, अफ्रीकन सफारी की राह हुई आसान, जेवीसी करेगी प्रोजेक्ट को साकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गोरेवाड़ा में बनने वाली इंडियन सफारी व अफ्रीकन सफारी की राह आसान दिख रही है। एफडीसीएम व एस्सल वर्ल्ड के बीच जेवीसी (ज्वांइंट वेंचर कंपनी) का करार हुआ है। आने वाले समय पर सरकार पीपीपी की तर्ज पर उपरोक्त कंपनी के माध्यम से कुल 850 हेक्टेयर का विकास करने वाली है। जिसमें इंडियन सफारी, अफ्रीकन सफारी, थीम पार्क, ज्यू, लॉयन सफारी आदि का सामावेश होगा। एफडीसीएम लिमिटेड के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. एन. रामबाबू व एस्सल वर्ल्ड की ओर से आर.पी. त्यागी ने करार पर हस्ताक्षर किया।

नागपुर से लगा है गोरेवाड़ा फारेस्ट रेंज
नागपुर से मामूली दूरी पर स्थित गोरेवाड़ा वन क्षेत्र है। जहां टूरिस्टों की उपस्थित देखने मिलती है। सफारी का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट यहां आते हैं। लेकिन यहां मनोरंजन की दृष्टी से नाकाफी व्यवस्था होने से इसका विस्तार करने का निर्णय सरकार ने कुछ वर्ष पहले लिया है। परिसर में बड़ी मात्रा में जमीन खाली है। यहां विकास कर पर्यटकों को लुभाने के उद्देश्य से मनोरंजन के संसाधनों से लेस करने की कवायदे की जा रही है। एफडीसीएम पीपीपी तर्ज पर कुल 850 हेक्टर जमीन पर काम करने वाली है।

चरणबद्ध तरीके से होगा काम
विकास कार्य कर इसे टूरिस्टों के लिए आकर्षित केन्द्र बनाने वाली है। यहां चरणबध्द तरीके से काम किया जाने वाला है। पहले चरण में 150 एकड़ में इंडियन सफारी बनाई जाएगी। वही इसके बाद अफ्रीकन सफारी, अफ्रीकन गांव से लेकर थीम पार्क आदि का निर्माण यहां किया जाने वाला है। यहां आने वालों के लिए हायटेक हॉटेल्स आदि का निर्माण भी किया जाने वाला है। सरकार ने इस दिशा में टेंडर निकाले थे। जिसमें एस्सल वर्ल्ड कंपनी ने हाथ बढ़ाया है। इसके माध्यम से व सरकार की ओर से आगे का काम किया जाएगा। गुरुवार को दोनों ने मिलकर इस प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए जेवीसी का निर्माण कर हस्ताक्षर किए। बता दें कि कुछ माह पूर्व गोरेवाड़ा में इंडियन व अफ्रिकन सफारी शुरू करने फारेस्ट ने तैयारी की थी। यहां टूरिस्टों का बड़ी संख्या में आगमन होता है इस दृष्टि से इसे काफी लाभ मिलने की संभावना है।

Created On :   7 Sep 2018 8:48 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story