महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के लिए 150 करोड़ खर्च करेगी सरकार, बदलेगी सेवाग्राम की तस्वीर

Government will spend 150 crores for Mahatma Gandhis 150th birth anniversary
महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के लिए 150 करोड़ खर्च करेगी सरकार, बदलेगी सेवाग्राम की तस्वीर
महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के लिए 150 करोड़ खर्च करेगी सरकार, बदलेगी सेवाग्राम की तस्वीर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में विभिन्न नीति और कार्यक्रमों को लागू करने के लिए 150 करोड़ रुपए की निधि दी जाएगी। यह धनराशि राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र में उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने यह जानकारी दी। इस संबंध में गुरुवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में बैठक हुई। मुनगंटीवार ने कहा कि ग्राम विकास महात्मा गांधी के कार्यों का मूल आधार था। इसको ध्यान में रखते हुए उद्योग विभाग लघु, कुटीर और ग्राम उद्योग विकास के लिए स्वतंत्र नीति एक महीने में तैयार करने के बारे में अध्ययन करें। मुनगंटीवार ने कहा कि जयंती अधिक नवाचार गतिविधियों पर अमल करके मनाई जानी चाहिए। इसके लिए सभी विभागीयआयुक्त, महानगरपालिका आयुक्त, जिलाधिकारी और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सभी प्रशासकीय विभागों के प्रमुख को पत्र भेजकर सुझाव और प्रस्ताव मंगाया जाए। महात्मा गांधी ने जिन संस्थाओं की स्थापना की है, उन संस्थाओं को भी कार्यक्रम में शामिल किया जाए। जयंती मनाने के लिए गांव स्तर पर कार्यक्रमों का परिपूर्ण नियोजन करने के लिए स्वतंत्र ग्रामसभा के आयोजन के लिए ग्राम विकास विभाग शासनादेश जारी करे। मुनगंटीवार ने कहा कि प्रदेश के मुख्य सचिव अजोय मेहता से चर्चा करने के बाद 11 जून को सभी विभाग के सचिवों की एक बैठक बुलाई जाए। जयंती के उपलक्ष्य में जे जे स्कूल ऑफ आर्टस् ने महात्मा गांधी और विश्व शांति विषय पर 200 पेंटिग तैयार की है। प्रदर्शनी के जरिए यह पेंटिग दिखाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नशामुक्ति और कुष्ठरोग मरीजों को खोजने के लिए अभियान चलाया जाएगा। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने का फैसला किया है। इसके तहत महात्मा गांधी के कामों और विचारों पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए ग्राम विकास विभाग नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रहा है। जयंती के कामों के प्रारूप को तय करने के लिए वित्त मंत्री की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित की गई है।

अंतर्राष्ट्रीय दर्ज का हो गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम 

महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम आश्रम और परिसर के विकास के लिए मंजूर प्रारूप का काम अंतरराष्ट्रीय दर्जे का होगा। प्रदेश के वित्त मंत्री सुधीर मुगनंटीवार ने यह निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सेवाग्राम आश्रम और परिसर के लिए 226 करोड़ रुपए के विकास प्रारूप मंजूर किए हैं। गुरुवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में विकास प्रारूप के कामों की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक हुई। बैठक में मुगनंटीवार ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित विभिन्न घटनाओं और प्रसंगों को विकास प्रारूप के काम से साकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेवाग्राम आश्रम में भी ‘भारत छोडो आंदोलन’ हुआ था। इसलिए महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर इस एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। स्वच्छता महात्मा गांधी की जीवन शैली का आधार था। इसको ध्यान में रखते हुए वर्धा में स्वच्छता पार्क बनाया जाए। इस दौरान मुगनंटीवार ने कहा कि वर्धा में थीम बेस पौधारोपण किए जाने का भी निर्देश दिया। स्वच्छता में वर्धा को मॉडल सिटी बनाने के लिए एक मॉडल विकसित किया जाए। विभिन्न प्रकार के कचरे से खाद बनाने के लिए मॉडल परियोजना का विचार किया जाना चाहिए। चरखा और केंद्रीकृत वातानुकुलित मशीन सौर ऊर्जा से चलाई जानी चाहिए। मुनगंटीवार ने विकास प्रारूप के सभी काम तेज गति से पूरा करने का निर्देश दिया। मुनगंटीवार ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों पर काम करने वाली संस्थाओं की सूची तैयार करके वर्धा में एक सम्मेलन का आयोजन किया जाए। 

Created On :   6 Jun 2019 3:34 PM GMT

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