POK के साथ LOC व्यापार सस्पेंड, मार्गों से की जा रही थी हथियारों की सप्लाई

POK के साथ LOC व्यापार सस्पेंड, मार्गों से की जा रही थी हथियारों की सप्लाई
हाईलाइट
  • इसका उपयोग अवैध हथियारों
  • नशीले पदार्थों और नकली मुद्रा आदि की तस्करी के लिए किया जा रहा था।
  • गृह मंत्रालय ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर और PoK के बीच LoC व्यापार को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए।
  • सरकार ने कहा कि पाक से संबंध रखने वाले अराजक तत्व व्यापार मार्गों का दुरुपयोग कर रहे थे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के बीच LoC व्यापार को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए। सरकार ने कहा कि पाकिस्तान से संबंध रखने वाले अराजक तत्व व्यापार मार्गों का दुरुपयोग किए जाने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। बता दें कि दो हफ्ते बाद बीते मंगलवार को ही जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के बीच व्यापार दोबारा शुरू हुआ था।  

गृह मंत्रालय ने कहा, "यह कार्रवाई भारत सरकार को मिली उन रिपोर्टों के आधार पर की गई है जिसमें कहा जा रहा था कि क्रॉस एलओसी व्यापार मार्गों का पाकिस्तान से संबंध रखने वाले अराजक तत्व दुरुपयोग कर रहे हैं। इसका उपयोग अवैध हथियारों, नशीले पदार्थों और नकली मुद्रा आदि की तस्करी के लिए किया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने कहा, "यह याद रखा जाए कि एलओसी व्यापार जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार स्थानीय आबादी के बीच आम उपयोग के सामानों के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए है।"

घाटी में अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले प्रतिबंधित आतंकी संगठनों पर प्रकाश डालते हुए, गृह मंत्रालय ने कहा, "एनआईए की जांच में यह सामने आया है कि एलओसी व्यापार में बड़ी संख्या में वो लोग भी शामिल है जो आतंकवाद / अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले प्रतिबंधित संगठनों से जु़ड़े हैं। इसलिए हमने जम्मू और कश्मीर के सलामाबाद और चाकन-दा-बाग में एलओसी व्यापार को निलंबित करने का फैसला किया।

भारत एक कठोर विनियामक और एनफोर्समेंट मैकेनिज्म पर भी काम कर रहा है। विभिन्न एजेंसियों के परामर्श के बाद इसे लागू किया जाएगा। इसके बाद एलओसी व्यापार को फिर से खोलने के मुद्दे पर भारत फैसला लेगा। बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन के बाद भारत ने 1 अप्रैल को एलओसी पर व्यापार और यात्रा को स्थगित कर दिया था। जिसके दो सप्ताह बाद मंगलवार को दोबारा इसे शुरू किया गया था। अब एक बार फिर इसे स्थगित कर दिया गया है।

Created On :   18 April 2019 4:28 PM GMT

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