क्यों बोले राहुल गांधी, 'कुछ सवालों के जवाब शब्दों से नहीं दिए जाते'

क्यों बोले राहुल गांधी, 'कुछ सवालों के जवाब शब्दों से नहीं दिए जाते'

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों गुजरात चुनाव के सिलसिले में राज्य के कई जिलों के दौरे पर हैं। इसी दौरान राहुल शुक्रवार को अमहाबाद पहुंचे। यहां राहुल ने एक सभा को संबोधित किया। इस सभा में खासतौर पर शिक्षकों को न्यौता दिया गया था। इस इंटरएक्टिव सेशन के दौरान एक पार्ट टाइम महिला लेक्चरर अपनी परेशानी बताते हुए भावुक हो गईं। दरअसल रंजना अवस्थी नाम की पार्ट टाइम टीचर जब राहुल की सभा में अपनी परेशानियों और सरकार के जरिए पार्ट टाइम शिक्षकों के अधिकारों की अनदेखी बयां कर रही थीं तो अपने आंसू रोक नहीं पाईं। टीचर के आंसू देख राहुल गांधी भी भावुक हो गए और पास जाकर उन्होंने टीचर को गले लगाया और सांत्वना दी। राहुल ने रंजना को गले लगाते हुए कहा कि, "कभी-कभी, आप कुछ सवालों के शब्दों के साथ जवाब नहीं दे पाते।"

 

सत्ता में आए तो शिक्षकों को देंगे अधिकार

राहुल ने शिक्षकों से कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो गुजरात में उनके अधिकारों का पूरा ध्यान रखा जाएगा और मेडिकल भत्ते के साथ-साथ, वेतन में बढ़ोतरी, पेंशन जैसी अन्य सेवाओं का ध्यान रखा जाएगा। 

लेक्चरर रंजना ने राज्य में शिक्षकों के प्रति सरकार के रवैया को बताया। उन्होंने बताया कि उनके जैसे कई शिक्षकों को उनके मूल अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्हें वाजिब सैलरी, मेडिकल अलाउंस और पेंशन जैसी सेवाओं से वंचित रखा गया है और काम पूरा लिया जा रहा है।  रंजना ने बताया कि वों संस्कृत में पीएचडी हैं और 22 साल से पार्ट टाइम टीचर के तौर अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। इतने लंबा समय शिक्षक के रूप में काम करने के बावजूद उन्हें केवल 12,000 रुपए वेतन दिया जा रहा है। रंजना ने बताया कि राज्य में ऐसे कई शिक्षक है जिन्हें उनकी मेहनत और अनुभव के मुताबिक वेतन और अन्य सेवाएं नहीं दी जाती। यहां तक कि पार्ट टाइम शिक्षकों को मैटरनिटी लीव से भी वंचित रखा गया है। 

 

 

राज्य सरकार एक व्यवस्था के तहत सेवा रद्द करने जा रही है

रंजना ने बताया कि सरकार एक निश्चित वेतन व्यवस्था के तहत 40,000 रुपए वेतन की पेशकश करके हमारी पूरी सेवा को रद्द करने की योजना बना रही है, लेकिन रंजना और अन्य शिक्षकों की मांग है कि उन्हें अन्य सेवाओं समेत पेंशन भी दी जाए। बता दें खुद रंजना एक साल बाद रिटायर हो जांएगी और वो पेंशन और अन्य सेवाओं की मांग कर रहीं है।

उन्होंने राहुल गांधी से आग्रह किया कि अगले महीने की चुनावों के बाद अगर उनकी पार्टी गुजरात में सत्ता में आ जाए तो उनके जैसे शिक्षकों की परेशानियों को समझें और उन्हें उनका हक दिलाएं। रंजना ने गांधी से अपील की कि पार्ट टाइम शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के बाद भी पेंशन मिले।
 

Created On :   25 Nov 2017 3:08 AM GMT

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