हाईटेंशन लाइन गले में फंसने से हुई युवक की मौत

High tension line swinging at a height of just five feet from the road
हाईटेंशन लाइन गले में फंसने से हुई युवक की मौत
हाईटेंशन लाइन गले में फंसने से हुई युवक की मौत

डिजिटल डेस्क, सतना। सड़क से महज पांच फीट की ऊंचाई पर झूल रही हाई टेंशन लाईन लोगों के लिए परेशानी का सबक बनी हुई है। लगातार शिकायत करने के बाद भी बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि एक युवक की हाईटेंशन लाईन में फंसने से मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही से मंगलवार की दोपहर मैहर देहात थाना क्षेत्र के मगरौरा में 28 साल के एक युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि गांव के बाहर 5 फिट से नीच झूल रही विद्युत कंपनी की एक हाईटेंशन लाइन गले में फंसने से छोटे लाल शुक्ला के 28 वर्षीय पुत्र राम शिरोमणि शुक्ला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त अमिलिया पंप फीडर की इस 11 हजार केवी लाइन में करंट दौड़ रहा था। मृतक पेशे से अतिथि शिक्षक था और स्कूल से वापस अपने घर लौट रहा था।

बताने के बाद भी बंद नहीं की सप्लाई
हादसे की खबर मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सप्लाई बंद करने के लिए गांव में ही स्थित मगरौरा सब स्टेशन से संपर्क किया। आरोप हैं कि बावजूद इसके घंटों सप्लाई बंद नहीं हुई। ग्रामीणों ने मामले की खबर डॉयल-100 को दी। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद अंतत: सप्लाई बंद की गई। इसी बीच जब गुस्साए ग्रामीण लामबंद हुए तो डीई प्रशांत सिंह, मैहर एसडीओपी रविशंकर पांडेय, मैहर टीआई अशोक पांडेय और देहात थाने के प्रभारी भूपेन्द्र मणि पांडेय बल के साथ मौके पर पहुंच गए। डीई ने मृतक के आश्रितों को 4 लाख की आकस्मिक सहायता निधि का आश्वासन दिया है।

विभागीय कर्मचारी जिम्मेदार
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लाइन मैन को गांव में झूल रही एचटी लाइन के संंबंध जानकारी दी गई थी। लाइन मैन मौके पर भी आया था लेकिन देख कर वापस लौट गया। ग्रामीणों का मानना है कि अगर लाइनमैन ने शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो ये नौबत नहीं आती। जूनियर इंजीनियर और लाइन मैन के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाने की मांग की गई है। अतिथि शिक्षक की मौत के बाद मगरौरा में लगभग 6 घंटे तक स्थितियां तनावपूर्ण रहीं।

Created On :   5 Dec 2018 8:14 AM GMT

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