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हिंगोली के जाधव दंपति को मिला पंढरपुर की सरकारी पूजा का सम्मान
डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा समाज के आंदोलन के कारण इस साल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर में भगवान विठ्ठल की पूजा नहीं कर सके, लेकिन उनके दिए हुए आदेश के अनुसार यह पूजा करने का सम्मान वारकरी दंपति को दिया गया। हिंगोली निवासी अनिल गंगाधर जाधव तथा पत्नी वर्षा अनिल के हाथों भगवान विठ्ठल रुक्मिणी की पूजा की गई। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में लाखों की तादाद में मूक मोर्चा निकालने वाले मराठा क्रांति मोर्चा ने अब आक्रामक रुख अपनाया है। मोर्चा समिति के सदस्यों ने आरक्षण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को सरकारी पूजा में शामिल न होने देने की चेतावनी दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पंढरपुर न जाने का निर्णय लिया और भगवान विठ्ठल रुक्मणी की पूजा वारकरी दंपति के हाथों करवाने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास वर्षा पर ही पत्नी अमृता और परिवार के साथ भगवान विठ्ठल की पूजा की।
दूसरी बार हुई मुख्यमंत्री के बिना पूजा
पंढरपुर में आषाढ़ी एकादशी की सरकारी पूजा के इतिहास में यह दूसरी बार हुआ है, जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री इस पूजा में शामिल नहीं हो पाए। इससे पहले 1996 में युति सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को भी यह पूजा रद्द करनी पड़ी थी। तब मुंबई के रमाबाई अंबेडकर नगर में हुई फायरिंग के विरोध में दलित संगठनों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन की तैयारी की थी। इसके चलते उन्हें सरकारी पूजा रद्द करनी पड़ी थी. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री आर आर पाटिल और अजित पवार को भी विरोध के चलते कार्तिकी यात्रा की सरकारी पूजा रद्द करनी पड़ी थी।
जाधव दंपति चार सालों से कर रहे पैदल यात्रा
जिस जाधव दंपति को भगवान विठ्ठल की पूजा करने का सम्मान प्राप्त हुआ, वे पिछले सात सालों से पंढरपुर तक पैदल यात्रा कर रहे हैं। सोमवार के तड़के ढाई बजे कतार में खड़े हुए जाधव दंपति को जब पूजा के लिए बुलाया गया तब वे खुशी से फुले नहीं समा पा रहे थे। हर साल एक वारकरी दंपति को मुख्यमंत्री के साथ पूजा में सहभागी होने का अवसर दिया जाता है, लेकिन इस साल तो वारकरी दंपति को प्रत्यक्ष पूजा करने का ही सम्मान मिला। पूजा के बाद मंदिर में स्थित सभा मंडप में मंदिर समिति द्वारा जाधव दंपति को सम्मानित किया गया। साथ ही परिवहन मंत्री दिवाकर रावते के हाथों एक एसटी महामंडल का एक साल का नि:शुल्क यात्रा का पास दिया गया। इस मौके पर जलसंपदा मंत्री गिरीष महाजन, जलापूर्ति एवं जलसंधारण मंत्री बबनराव लोणीकर, पशुसंवर्धन एवं दुग्धविकास मंत्री महादेव जानकर, सोलापुर जिले के अभिभावक मंत्री विजयकुमार देशमुख, सामाजिक न्यायराज्य मंत्री दिलीप कांबले, श्री विठ्ठल रूक्मिणी मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ. अतुल भोसले, सांसद अनिल देसाई, विधायक सुरेश खाड़े, नगराध्यक्षा साधना भोसले, विभागीय आयुक्त डॉ. दिपक म्हैसेकर, जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र भोसले, मंदिर समिति के सह अध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज औसेकर उपस्थित थे।
Created On :   23 July 2018 4:04 PM GMT