बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा पर होम मिनिस्ट्री ने ममता बनर्जी से रिपोर्ट तलब की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में सोमवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर संज्ञान लेते हुये केन्द्रीय होम मिनिस्ट्री ने बुधवार को राज्य सरकार से हिंसा से उपजे हालात पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से टेलीफोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली। सिंह ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच उपजे मनमुटाव को आपसी बातचीत से दूर करने का अनुरोध किया है। समझा जाता है कि बनर्जी और त्रिपाठी ने सिंह को बातचीत के दौरान अपने अपने पक्ष से अवगत कराया। ममता ने कहा ने त्रिपाठी को आरोपों के घेरे में लेते हुये उन पर राज्यपाल पद की मर्यादा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। ममता ने यहां तक कह दिया कि त्रिपाठी भाजपा के ब्लॉक अध्यक्ष की तरह बर्ताव कर रहे हैं। हालांकि त्रिपाठी ने बनर्जी के इस रवैये और भाषा पर आश्चर्य व्यक्त किया है।
इससे पहले मंत्रालय ने राज्य सरकार को भेजे संदेश में राज्य के हिंसा प्रभावित इलाकों में कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति और इससे निपटने के लिये किये गये उपायों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बातचीत के दौरान सिंह ने बनर्जी और त्रिपाठी से पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलंग में चल रहे आंदोलन में बंद और हिंसा की स्थिति पर भी चर्चा की।
फेसबुक पर सोमवार को एक विवादित टिप्पणी को लेकर 24 परगना जिले के बदूरिया और बसीरहाट कस्बों में हिंसक वारदातें हुईं। इसमें इलाके की कई दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा का असर बदूरिया के अलावा तेंतूलिया, गोलाबारी कस्बों में भी हुआ है। सरकार ने हिंसा से उपजे हालात पर काबू पाने के लिये हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लगाते हुये इंटरनेट सेवायें बंद कर दी हैं। साथ ही फेसबुक पर विवादित पोस्ट चस्पा करने वाले युवक को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस बीच हिंसा पर काबू पाने में राज्य पुलिस की मदद के लिये मंगलवार को होम मिनिस्ट्री ने अर्धसैनिक बल की कुछ टुकड़ियां प्रभावित इलाकों में भेज दी थी।
Created On :   5 July 2017 10:24 AM GMT