जज विवाद: जानिए सुप्रीम कोर्ट में कैसे होता है केसों का बंटवारा

How Cases Are Allocated In Supreme Court in hindi
जज विवाद: जानिए सुप्रीम कोर्ट में कैसे होता है केसों का बंटवारा
जज विवाद: जानिए सुप्रीम कोर्ट में कैसे होता है केसों का बंटवारा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के जजों और चीफ जस्टिस के बीच शुक्रवार को मतभेद सामने आए थे। सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों ने शुक्रवार को देश के इतिहास में पहली बार चीफ जस्टिस पर सवाल खड़े किए थे। इन जजों ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है और यदि ऐसा ही चलता रहा, तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। प्रेस कांफ्रेंस में जस्टिस जे चेलामेश्वर के नेतृत्व में जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने मीडिया के सामने यह बातें रखी थी। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा पर ये भी आरोप लगे थे कि वह पसंद की बेंचों में केस भेजते हैं। ऐसे में लोगों के भीतर ये जानने की उत्सुकता बढ़ गई है कि आखिर सुप्रीम कोर्ट में केसों का बंटवारा कैसे होता है। आइए जानते हैं कैसे होता है सुप्रीम कोर्ट में केसों का बंटवारा...
 

  • सुप्रीम कोर्ट में 12 अदालतें लगती हैं। 
  • कोर्ट नंबर से जजों की वरिष्ठता का क्रम पता चलता है। 
  • पहले कोर्ट में चीफ जस्टिस बैठते हैं। दूसरे में जे। चेलामेश्वर होते हैं। 
  • इसी तरह अन्य अदालतों में भी वरिष्ठता क्रम के मुताबिक जज बैठते हैं। 
  • आमतौर पर संवेदनशील मामलों की सुनवाई वरिष्ठतम जजों को सौंपी जाती है। 
  • कोर्ट में 31 जजों के पद में से 6 रिक्त हैं। 
  • चीफ जस्टिस यानी कि कोर्ट नंबर 1 में ही ज्यादातर महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामलों की सुनवाई होती है। 
  • कुछ ही महत्वपूर्ण मामले चीफ जस्टिस के अलावा अन्य वरिष्ठ जजों को सौंपे जाते हैं। 
  • इसके अलावा एक कंप्यूटर डिवाइज्ड कोडिंग सिस्टम है, जिससे केसों की लिस्टिंग की जाती है। 
  • इसके बाद इन केसों को निश्चित बेंचों को सौंपा जाता है। 


फ़िलहाल इस बवाल के बाद काउंसिल ऑफ इंडिया ने जजों के मामले को सुलझाने का जिम्मा उठाया है। शनिवार को बार काउंसिल ने सुप्रीम कोर्ट के जजों और चीफ जस्टिस के बीच मतभेद खत्म करने के लिए 7 सदस्यों की एक कमिटी बनाई है। यह कमिटी इस पूरे विवाद पर जजों और चीफ जस्टिस से बात करेगी।

शुक्रवार को जजों के बीच मतभेद सामने आने के बाद शनिवार शाम 5 बजे इस मामले पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने बैठक की। बैठक के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन मिश्रा ने बताया, "हमारा 7 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल रविवार को सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों से इस मामले पर बात करेगा। हम उनसे आग्रह करेंगे कि मामले को शांतिपूर्ण तरीक से और जल्द से जल्द सुलझाएं।" उन्होंने कहा, "न्यायपालिका पर लोगों का अटूट विश्वास है, हमारी कोशिश है कि लोगों का यह विश्वास टूटने न पाए।"

Created On :   13 Jan 2018 2:12 PM GMT

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