Tips : इन 5 तरीकों से बचाएं स्मार्टफोन को हैक होने से और सुरक्षित रखें डेटा

How to Protect Your Smartphones Data, and Avoid Being Hacked.
Tips : इन 5 तरीकों से बचाएं स्मार्टफोन को हैक होने से और सुरक्षित रखें डेटा
Tips : इन 5 तरीकों से बचाएं स्मार्टफोन को हैक होने से और सुरक्षित रखें डेटा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हममें से ज्यादातर लोग अपने स्मार्टफोन को बेफ्रिक अंदाज में इस्तेमाल करना चाहते हैं। उसपर कोई लॉक ना हो तो बहुत बढ़िया। बस आसानी से खुल जाए, लेकिन ऐसा करना खतरनाक है। कई चोर और हैकर्स ऐसे ही डिवाइस की तलाश में रहते हैं, ताकि वे आम लोगों की आर्थिक और निजी जानकारियां चुरा सकें। उदाहरण के तौर पर आपका ईमेल अकाउंट हैक हो जाने से बैंकिंग और अन्य संवेदनशील पासवर्ड लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। जिस तरह से मामूली साफ-सफाई से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। उसी तरह से इस डिजिटल युग में "साइबर हाइजीन" की मदद से किसी बड़े खतरे को टाल सकते हैं।

अपने फोन को पासकोड से लॉक करें

अब आप अपने घर का दरवाजा अपनी गैरमौजूदगी में खुला तो नहीं छोड़ते। फोन पर पासकोड नहीं इस्तेमाल करना भी कुछ वैसा ही है। चार डिजिट के पासकोड का इस्तेमाल और साथ में सेल्फ-डिस्ट्रक्ट फीचर को एक्टिवेट करना बेहद ही सुरक्षित तरीका है। सेल्फ डिस्ट्रक्ट फ़ीचर में आपके फोन में बार-बार गलत पासकोड डालने से फोन का डेटा पूरी तरह से गायब हो जाएगा। 6 डिजिट का पासकोड इस्तेमाल करने का पर उसका अनुमान लगा पाना 100 गुना और मुश्किल हो जाता है। लेटर और कैरेक्टर का इस्तेमाल करके इसे और मुश्किल बनाया जा सकता है। यह विकल्प एंड्रॉयड और आईफोन दोनों पर है।


आईफोन के सेल्फ डिस्ट्रक्ट फ़ीचर को यूज़र सेटिंग्स में Touch ID Passcode सेक्शन में जाकर एक्टिवेट कर सकते हैं। 10 बार गलत पासकोड डालने पर फोन अपने आप ही पूरे डेटा को हटा देगा। ध्यान रहे कि अगर आप पासकोड भूल जाते हैं या फिर आपका बच्चा भी खेलते वक्त गलती से नंबर पंच करता रहता है, तो भी डेटा डिलीट हो जाएगा। एंड्रॉयड में भी ऐसा फ़ीचर है।

इनक्रिप्शन का करें इस्तेमाल

आईफोन के साथ अच्छी बात यह है कि यह डिफॉल्ट में इनक्रिप्शन चलाता है। इसका मतलब है कि फोन पर स्टोर किए गए डेटा को निकाला नहीं जा सकता। या फिर उसे दूसरे कंप्यूटर पर पढ़ा नहीं जा सकता। जब तक फोन को अनब्लॉक नहीं किया जाए तब तक फोन से ली गई जानकारियां बिखरी हुईं हैं और पठनीय नहीं होती। एंड्रॉयड में आपको यह सेटिंग्स में जाकर एक्टिवेट करना होगा। गूगल की पॉलिसी में इनक्रिप्शन उपलब्ध कराने का ज़िक्र है। लेकिन मार्केट में सिर्फ 2.3 एंड्रॉयड डिवाइस इस वर्ज़न में चल रहे हैं।


डिवाइस फाइंडर सेटअप करें

फाइंड माई आईफोन सिर्फ आपका फोन नहीं मिलने पर खोजने के लिए नहीं है। अगर आपका डिवाइस किसी कारणवश गायब हो जाए, तो आपके काम आएगा लॉस्ट मोड। ऐसा करने से आपके फोन का स्क्रीन पासकोड के साथ लॉक हो जाएगा। यह ऐप आईफोन के साथ आता है, लेकिन आपको इसे अपने फोन खोने से पहले सेटअप करना होगा। आप एक्स्ट्रा फोल्डर में फाइंड आईफोन ऐप को खोज सकते हैं। एक्टिवेशन लॉक के कारण कोई चोर आपके फोन को बेच नहीं पाएगा। उसके लिए तो फोन इस्तेमाल करने योग्य भी नहीं रह जाता। ऐप्पल आईडी जाने बिना इसे फिर से एक्टिवेट नहीं किया जा सकता। अगर ये सारे नुस्खे फेल हो जाएं, तो आप फोन के डेटा को अपने कंप्यूटर के जरिए भी डिलीट कर सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने से सारा डेटा खो जाएगा। बिल्कुल ऐसा ही विकल्प एंड्रॉयड फोन में तो नहीं है। लेकिन आप गूगल के एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर ऐप के साथ कई थर्ड पार्टी ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

अपने फोन का बैकअप बनाएं
अगर आप को मजबूरी में रिमोट सिस्टम से फोन का डेटा डिलीट करना पड़े तो फोन का बैकअप बनाते रहना एक अच्छी आदत साबित होगी। ऐसा करने से आप फोटो या फिर कोई महत्वपूर्ण डेटा नहीं खोएंगे। ध्यान रहे कि फाइंड माई आईफोन और एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर को आपको पहले ही इंस्टॉल करना होगा। फोन खो जाने के बाद आप कुछ नहीं कर पाएंगे। 

 

हमेशा सॉफ्टवेयर को अपडेट करें

सॉफ्टवेयर अपडेट में हमेशा उन कमियों को दूर किया जाता है जिनका फायदा हैकर उठाकर आपके डिवाइस के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। आईफोन पर तो ऐप्पल का अपडेट लगातार मिलता रहता है। हालांकि, एंड्रॉयड सिस्टम पर यह थोड़ा पेंचीदा है। गूगल अपडेट मोबाइल निर्माता कंपनियों के लिए रिलीज करती है। इसके बाद ये कंपनियां अपनी सुविधा अनुसार अपडेट को यूज़र तक पहुंचाने के बारे में फैसला करती हैं। लेकिन आपसे जब भी अपडेट के बारे में पूछा जाए तो उसे ज़रूर इंस्टॉल करें।

Created On :   15 Jan 2018 7:44 AM GMT

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