मरीज को ICU से निकाला, परिजनों ने मचाया हंगामा तो दोबारा भर्ती कराया

In Chhindwara, Doctor made patient out of the intensive care unit
मरीज को ICU से निकाला, परिजनों ने मचाया हंगामा तो दोबारा भर्ती कराया
मरीज को ICU से निकाला, परिजनों ने मचाया हंगामा तो दोबारा भर्ती कराया

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों को इलाज के बजाए डॉक्टर और स्टाफ के धक्के मिल रहे हैं। इसी तरह का एक मामला शुक्रवार सुबह आईसीयू में सामने आया। जब डॉक्टर ने मरीज को यूनिट से बाहर कर दिया। डॉक्टर के गैर जिम्मेदाराना रवैये से नाराज मरीज के परिजनों ने यूनिट के बाहर जमकर हंगामा मचाया। तब कहीं मरीज को दोबारा यूनिट में लाकर उसका इलाज शुरू किया गया। 

चौरई के ग्राम लिखड़ी निवासी सरोज ठाकुर ने बताया कि उनकी मां 70 वर्षीय गीता पति मानसिंग को जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार सुबह डॉक्टर ने उन्हें जनरल वार्ड में रेफर करते हुए यूनिट से बाहर निकाल दिया। यूनिट से निकाले जाने के बाद वह मेडिकल वार्ड के बाहर बैठी रही, लेकिन उन्हें भर्ती नहीं किया गया। इस मामले की सूचना मिलने पर रिश्तेदार अरविंद राजपूत जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टर और उनके बीच काफी विवाद हुआ। इसके बाद दोबारा आईसीयू में गीताबाई को भर्ती कराकर इलाज शुरू किया गया। 

अस्पताल प्रबंधन का दबाव नहीं
परिजनों ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही की शिकायत आरएमओ से की गई, लेकिन उन्होंने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर उनका नियंत्रण न होने की बात कहकर लौटा दिया। जब वे मेडिकल कॉलेज डीन के पास पहुंचे तो उन्होंने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।

स्ट्रेचर पर शुरू किया इलाज
इस पूरे विवाद में 70 साल की गीताबाई मेडिकल वार्ड से आईसीयू के बीच भटकती रही। स्ट्रेचर में लिटाकर मरीज के परिजन उसे एक वार्ड से दूसरे वार्ड परेशान होते रहे। विवाद के बाद स्टाफ ने मरीज को आईसीयू लाया। यहां मरीज का स्ट्रेचर पर ही इलाज शुरू किया गया। 

क्या कहते हैं अधिकारी
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने हालत स्थिर होने पर मरीज को जनरल वार्ड में शिफ्ट किया था। किसी मरीज को यूनिट से बाहर नहीं निकाला गया। परिजनों को समझाइश के बाद मामला शांत कर लिया गया था।
- डॉ.सुशील दुबे, आरएमओ, जिला अस्पताल
 

Created On :   8 Sep 2018 8:31 AM GMT

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