वाघेला ने कहा कांग्रेस ने मुझे बर्खास्त किया, पार्टी बोली हमने नहीं निकाला

In gujarat congress into trouble may be shankar singh vaghela quit congress
वाघेला ने कहा कांग्रेस ने मुझे बर्खास्त किया, पार्टी बोली हमने नहीं निकाला
वाघेला ने कहा कांग्रेस ने मुझे बर्खास्त किया, पार्टी बोली हमने नहीं निकाला

डिजिटल डेस्क,अहमदाबाद। लगभग दो दशक से गुजरात की सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आने के 24 घंटे के अंदर ही शंकर सिंह वाघेला बगावत पर उतर आए हैं। वाघेला ने अपने जन्मदिन के दिन सम-संवेदना समारंभ आयोजन किया। आयोजन में वाघेला ने एक बड़ा खुलासा किया है कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है। हालांकि वाघेला ने कहा कि अभी मैं पार्टी में हूं, लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे निकाल दिया है, विनाश काले विपरित बुद्धि, लेकिन 'बापू' रिटायर होने वाला नहीं है। कांग्रेस ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि हमने वाघेला को नहीं निकाला है। 

bhaskarhindi.com ने एक माह पहले ही यह बता दिया था कि वाघेला कांग्रेस का दामन छोड़ सकते हैं।  वाघेला ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि वे आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते। वाघेला ने कहा कि उनका लंबा सियासी इतिहास रहा है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने जन्मदिन के बहाने बुलाए इस कार्यक्रम में समर्थक नेता जुटे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अपने नेताओं से वाघेला के कार्यक्रम में जाने को मना किया है। राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए वाघेला गुट को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसी साल होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस को इससे बड़ा झटका लग सकता है। वाघेला ने साफ कहा कि क्रॉस वोटिंग में उनका कोई हाथ नहीं है बल्कि उन्होंने एनसीपी के नेताओं से भी मीरा कुमार के पक्ष में वोट कराया।

 वाघेला की नाराजगी

वाघेला पहले से ही कांग्रेस नाराज हैं। 15 दिन पहले उन्होने गांधीनगर में एक सम्मेलन में कांग्रेस के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। आज के सम्मेलन में अगर उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया तो दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा।

गुजरात में बढ़ेगी कांग्रेस की मुश्किल

कयास ये भी हैं कि वाघेला के संन्यास लेने पर कुछ कांग्रेस विधायक भी उनके समर्थन में पार्टी छोड़ सकते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात कांग्रेस के कुछ विधायकों ने रामनाथ कोविंद को वोट दिया है। अगले महीने गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने है। इनमें एक सीट कांग्रेस कोटे की है। कांग्रेस को जीत के लिए 47 विधायकों का समर्थन चाहिए। राज्य में पार्टी के 57 विधायक हैं, लेकिन वाघेला समर्थक विधायकों ने साथ छोड़ा तो कांग्रेस के लिए एक नई परेशानी खड़ी हो सकती है।

Created On :   21 July 2017 3:07 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story