सरकारी नौकरी की चाह में 7 लाख गंवाए, ठगा गया युवक

In the desire of government job, a young man lost about 7 lakh rupees.
सरकारी नौकरी की चाह में 7 लाख गंवाए, ठगा गया युवक
सरकारी नौकरी की चाह में 7 लाख गंवाए, ठगा गया युवक

डिजिटल डेस्क, नागपुर । सरकारी नौकरी की चाह में एक युवक ने लगभग 7 लाख रुपए गंवा दिए । सरकारी नौकरी नाम पर झांसा देकर बेरोजगार को लाखों की ठगी का मामला उजागर हुआ है। अदालत के निर्देश पर दो महिला समेत पांच आरोपियों के खिलाफ  पांचपांवली थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी में रेखा रामटेके, विहार रामटेके, गगन केशव रहांगडाले सभी अवधुत नगर, मधु रामटेके और हितेश मेश्राम दोनों नागसेनवन निवासी है।

जानकारी के अनुसार 22 फरवरी 2014 से 24 दिसंबर 2015 के बीच में आरोपियों ने वाड़ी निवासी मिलिंद किसनलाल बोरकर (28) सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया था। इसके बदले आरोपियों ने उससे आठ लाख रुपए की मांग की थी। इस बीच एक वर्ष के भीतर आरोपियों ने किस्तों में करीब 6 लाख 71 हजार रुपए भी लिए। इस दौरान आरोपियों में मेयो अस्पताल से उसका फर्जी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र और फर्जी नियुक्ति पत्र भी तैयार किया गया, जो रुपए लेने के बाद मिलिंद को भरोसा दिलाने के लिए दिया गया था।  सरकारी अस्पताल का फर्जी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाए जाने से प्रकरण की गंभीरता और भी बढ़ गई है। इसमें वहां के कुछ लोग भी लिप्त होने की आशंका है। मेयो हास्पिटल में आरोपियों ने किन-किन लोगों के साथ मिलकर फर्जी प्रमाणपत्र बनाए हैं इसकी जांच करने पर और भी कई नाम सामने आने की संभावना हैं।

बताया जाता है कि  संबंधित विभाग में नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचने पर नौकरी के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जिसके बाद मिलिंद ने आरोपियों से अपने रुपए वापस मांगे,लेकिन आरोपी रुपए वापस करने तैयार नहीं थे। मामला लेन-देन से जुड़ा होने से पुलिस ने भी कार्रवाई करने से हाथ खड़े कर दिए। प्रकरण को असंज्ञेय श्रेणी के तहत दर्ज किया जा रहा था। जिससे  फरियादी मिलिंद ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। इस बीच प्रकरण की गंभीरता से अदालत ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर इसकी जांच करने के निर्देश दिए हैं। जिससे  प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच जारी है।
 

Created On :   28 Sep 2018 9:57 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story