IT विभाग ने पहचाने एक लाख करोड़ के गैर-सूचित ट्रांजेक्शन

Income tax Department has detected 3 lakh unreported transactions
IT विभाग ने पहचाने एक लाख करोड़ के गैर-सूचित ट्रांजेक्शन
IT विभाग ने पहचाने एक लाख करोड़ के गैर-सूचित ट्रांजेक्शन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आयकर (IT) विभाग ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में हुए 3 लाख गैर-सूचित ट्रांजेक्शनों की पहचान की है। इन ट्रांजेक्शनों के जरिए करीब 1 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन किया गया है। IT विभाग के अंतर्गत आने वाले आपराधिक जांच विभाग और  खुफिया निदेशालय द्वारा किए गए 800 से ज्यादा सर्वे में इन ट्रांजेक्शनों का खुलासा हुआ है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है।

विभाग द्वारा ये सर्वे को-ऑपरेटिव बैंक, एनबीएफसी, अधिकृत डीलर, फोरेन एक्सचेंज डीलर्स, सब-रजिस्ट्रार, ज्वैलर्स और हॉस्पिटल्स में किए गए थे। इन संस्थाओं में डिटेल सर्वे के बाद ये चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2017-18 में गैर सूचित ट्रांजेक्शनों की संख्या 3 लाख से भी ज्यादा है जो कि साल 2016-17 की तुलना में तीन गुना अधिक है। वहीं इनके जरिए 1.03 लाख करोड़ रुपए का ट्राजेंक्शन किया गया है जो कि साल 2016-17 में महज 16, 240 करोड़ था। यानी पहले की तुलना में गैर सूचित लेनदेन में 6 गुना बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि IT एक्ट के सेक्शन 285BA के तहत संस्थानों को अधिक मुल्य के ट्रांजेक्शनों को रिपोर्ट करना जरूरी होता है।

एक अधिकारी के अनुसार, ज्यादा मूल्य वाले 100 से 10000 गैर सूचित ट्रांजेक्शनों की पहचान व्यक्तिगत सर्वे के दौरान की गई है। आयकर विभाग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी संस्थाओं को वित्तीय लेनदेन के सभी स्टेटमेंट को रिपोर्ट करने की आवश्यकता होती है। अधिकारी ने बताया, "हमने जांच की और पाया कि कई संस्थान अधिक मूल्य के ट्रांजेक्शनों को रिपोर्ट नहीं करती है। हमने ऐसे संस्थानों के खिलाफ IT एक्ट की धार 277 और 277A के तहत कार्रवाई की। हमने उनमें से कई को दोबारा मौका भी दिया, लेकिन कुछ संस्थाओं ने इसके बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इस पर हमने टैक्स चोरी और झूठे स्टेटमेंट के मुकदमें चलाए। इसके साथ ही हमने कई संस्थानों पर संदेही ट्रांजेक्शनों पर दंड भी लगाया है।

Created On :   3 May 2018 12:16 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story