पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन में जाने से भारतीय डॉक्टरों का इनकार
- पुलवामा हमले का भारतीय डॉक्टरों ने भी किया विरोध।
- लाहौर में होने वाली 13वीं सार्क सम्मेलन में जाने से किया इनकार।
- सम्मेलन का आयोजन पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और वैज्ञानिक समिति द्वारा किया जा रहा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुलवामा में हुए हमले के बाद पाकिस्तान का काफी विरोध हो रहा है। दुनियाभर के देश पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाह देने के लिए फटकार लगा रहे है। भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया और कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी है। वहीं अब भारतीय डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया है। भारतीय डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 7 मार्च को लाहौर में होने वाली 13वीं सार्क-एसोसिएशन ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट कांग्रेस की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने से इनकार कर दिया है। सम्मेलन का आयोजन पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और वैज्ञानिक समिति द्वारा किया जा रहा है।
A delegation of Indian doctors has cancelled visit to Pakistan for the 13th SAARC-Association of Anaesthesiologists Congress in Lahore on March 7 in wake of #PulwamaAttack. The conference is being organised by the Pakistan Society of Anaesthesiologist and Scientific Committee. pic.twitter.com/AgteSIhi8N
— ANI (@ANI) February 17, 2019
ब्रिटेन ने जारी की एडवाइजरी-
पुलवामा हमले के बाद ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ने नागरिकों को कहा है कि पाकिस्तान से सटे सीमाई इलाकों और पर्यटक स्थलों पर नहीं जाए। एडवाइजरी के अनुसार, ब्रिटिश नागरिकों को पहलगाम, गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर जाने से परेहज करने को कहा है। वहीं श्रीनगर और श्रीनगर के बीच जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाने से भी मना किया है।
हो सकता है भारत-पाक युद्ध-
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले से काफी घातक परिणाम हो सकते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध भी छिड़ सकता है। हुसैन ने कहा, ये साफ है कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान से संचालित होता है। उन्होंने दावा भी किया ईरान ने भारत और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने के विचार का समर्थन किया है।
Created On :   17 Feb 2019 6:20 AM GMT