अपात्र हितग्राहियों की कराई गई शादी - आधे हितग्राही निकले फर्जी

Ineligible beneficiaries got married - half the beneficiaries turned out to be fake
अपात्र हितग्राहियों की कराई गई शादी - आधे हितग्राही निकले फर्जी
अपात्र हितग्राहियों की कराई गई शादी - आधे हितग्राही निकले फर्जी

डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। अब तक मुख्यमंत्री कन्यादान में मुख्यमंत्री कन्यादान योजनान्र्तगत थोक में होते रही जोड़ों की शादियों की शुचिता का पता जांच के बाद लगा है। कलेक्टर के निर्देश पर हुई जांच में कुल शादियों की संख्या का लगभग एक चौथाई जोड़े अपात्र पाये गये हैं। सबसे ज्यादा आंकड़ों में अंतर जनपद पंचायत वैढऩ में आया है। इसके बाद दूसरा स्थान चितरंगी है। बताया जाता है कि जांच रिपोर्ट में पात्र पाये गये हितग्राहियों के खाते में ही योजना की राशि भेजी जाएगी। गौरतलब है कि विगत जून माह में तीनों जनपद पंचायतों में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना अन्र्तगत सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया था। योजनांर्तगत 51 हजार रूपए की राशि लेने के लिए बड़ी संख्या में दलालों के माध्यम से उन जोड़ों की शादी संपन्न कराई गई थी। जिनकी कई साल पहले ही शादी हो चुकी थी। इसकी शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने हितग्राहियों की पात्रता की पड़ताल करने का निर्देश दिया था। गांव में जाकर हुई तफ्तीश में बहुत सारे जोड़े अपात्र पाये गये हैं। जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर के पास भेजी गई है। 
अभी और घट सकती है संख्या
बताया जाता है कि पीसीओ के माध्यम से कराई गई जांच को यदि कड़ाई से दोबारा करा दिया जाय तो अपात्रों की संख्या में और बढ़ोत्तरी हो सकती है। बताया जाता है कि वैढऩ जनपद पंचायत अंतर्गत लगभग आधे हितग्राही अपात्र पाये गये हैं वहीं जनपद पंचायत देवसर में रिकार्ड तोड़ हुई शादियों का कोई भी हितग्राही अपात्र नहीं मिला है। बताया जाता है जिस हितग्राही के साथ जांच टीम का सामंजस्य बन गया उसे पात्र घोषित कर दिया गया है।
अभी तक नहीं हुआ भुगतान 
विगत जून माह में हुए सामूहिक विवाह के हितग्राहियों के खाते में अभी तक राशि नहीं पहुंची है।  उधर योजना की राशि को लेकर हितग्राही स्वयं अथवा उनके परिजन जनपद पंचायतों के चक्कर लगा रहे हैं। राशि के लिए परेशान घूम रहे हितग्राहियों में अपात्र घोषित किए गये हितग्राही भी शामिल हैं। ज्ञात हो कि सरकार ने कमजोर तबके के लोगों की कन्याओ का विवाह धूमधाम से कराने के लिये यह योजना प्रारंभ की थी, लेकिन लोगों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है। 

Created On :   12 Nov 2019 9:28 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story