'राज ग्रुप' की अभिवन पहल, पौधों के संरक्षण के लिए उठाए कदम

Innovative initiative of Raj Group for environmental protection
'राज ग्रुप' की अभिवन पहल, पौधों के संरक्षण के लिए उठाए कदम
'राज ग्रुप' की अभिवन पहल, पौधों के संरक्षण के लिए उठाए कदम

डिजिटल डेस्क, अर्जुनी मोरगांव, गोंदिया।  सरकार की ओर से पूरे राज्य में 2 करोड़ पेड़ लगाने की योजना चलाई गई । ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पेड़ लगाए गए, लेकिन उनके संवर्धन और सुरक्षा की ओर ध्यान न दिए जाने से सैकड़ों पौधे मुरझा जाते हैं। इस बात की ओर ध्यान देकर इसकी रक्षा का बीड़ा 'राज ग्रुप' ने उठाया है।

प्रेरणा बना राज ग्रुप

वैसे तो सरकार की ओर से जनहित में कई शासकीय योजनायें चलायी जाती हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं होता। इस कारण करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद योजनाओं का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता। साथ ही नागरिकों को भी इसका लाभ नहीं मिल पाता। कुछ प्रबुध्द एवं जिम्मेदार नागरिकों की पहल कभी-कभी ऐसे आदर्श प्रस्तुत करती है जिससे प्रशासन एवं नागरिक दोनों को ही कुछ अच्छा करने की सीख मिलती है। ऐसा ही एक उदाहरण स्थानीय सामाजिक संगठन 'राज ग्रुप' के सदस्यों ने प्रस्तुत किया है, जो अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणास्पद है। 

पौधे लगाकर भूल गई सरकार

महाराष्ट्र सरकार की ओर से दो करोड़ पेड़ लगाने की योजना अंतर्गत पूरे राज्य के शहर, नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पेड़ लगाए गए थे ,लेकिन शहर में पौधारोपण के बाद उनके संवर्धन एवं सुरक्षा की ओर ध्यान न दिये जाने के कारण कई पौधे सूख गए। कई पौधों को सुरक्षा न होने के कारण मवेशी खा गये। इससे सरकार के लाखों रुपए बर्बाद हो गए।  इसी संदर्भ में स्थानीय सामाजिक संगठन 'राज ग्रुप' की ओर से बस स्थानक परिसर में लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड लगाए जाने की मांग नगर पंचायत प्रशासन से की गई थी, लेकिन ग्रुप के सदस्यों को आश्वासनों के अलावा नगर पंचायत प्रशासन से कोई सहयोग नहीं मिला।

ग्रुप ने पौधों को लगाए ट्री-गार्ड

राजे ग्रुप के सदस्यों ने स्वयं ही चंदा जमा करते हुए पेड़ों के लिए ट्री-गार्ड (सुरक्षा जाली) बनवाकर लगायी। जिस कारण बस स्थानक परिसर में लगाए गए पौधे अब न केवल सुरक्षित हैं बल्कि फल-फूल भी रहे हैं।  ऐसे में आगामी दो-तीन वर्षों में इन पौधों के बड़े होने पर न केवल बस स्थानक परिसर की सुंदरता में चार चांद लग जायेंगे बल्कि यहां आने वाले यात्रियों को धूप एवं बारिश से बचने के लिए आसरा भी मिल जाएगा। 'राज ग्रुप' के युवा सदस्यों द्वारा की गई इस पहल की नगरवासी  मुक्तकंठ से प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं। साथ ही अन्य संगठन भी ऐसे ही सामाजिक कार्यों की पहल करने का विचार कर रहे हैं। 'राज ग्रुप' के इस कार्य में चेतन कोरे, महेश पशीने, केतन खंडाईत, छत्रपाल कापगते, अश्विन गौतम, गिरीश देशमुख, रूपेश बालबुध्दे, हिमालय पाचोले, प्रजय कोरे, गौरव गंथाडे,  सचिन गहाणे, आवेश पठान, प्रकाश रूखमोडे, शिरिष लोगडे, स्वप्निल खंडाइत, अभिजीत चांदेवार, किशोर फुंडे, लोकेश क्षीरसागर, लुकेश गायकवाड,  नितीन लंजे, जितेंद्र हातझाडे ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

Created On :   23 Nov 2017 5:53 AM GMT

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