प्रोटोकॉल तोड़कर मोदी से मिले इजरायली प्रेसिडेंट रिवलिन
डिजिटल डेस्क, येरुशलम. इजरायल के राष्ट्रपति रूवन रिवलिन ने बुधवार को प्रोटोकॉल तोड़कर पीएम मोदी से मुलाकात की। मुलाकात में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर चर्चा की। मुलाकात के बाद मोदी ने ट्वीट किया, "इजरायल के राष्ट्रपति ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए मेरा इतनी गर्मजोशी से स्वागत किया। ये भारत के लोगों के लिए सम्मान का प्रतीक है।‘
मोदी तीन दिवसीय दौरे के लिए मंगलवार को तेल अवीव पहुंचे थे। मोदी ने आगे कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे एक बार फिर राष्ट्रपति रिवलिन से मिलने का मौका मिला। पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति रिवलिन भारत यात्रा पर आए थे। मोदी ने उन पलों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारत को अपने मिलनसार व्यवहार से मंत्रमुग्ध कर दिया था। मोदी ने राष्ट्रपति निवास पर रखी गेस्ट बुक में लिखा, "राष्ट्रपति रिवलिन के सतत विश्वास और मानव जाति की सामान्य भलाई के लिए भारत में प्रशंसा करता है। मैं अपनी दोस्ती और उनके आतिथ्य के लिए उनका धन्यवाद करता हूं।"
मोशे हुआ नर्वस
वहीं मोदी की इस यात्रा से मोशे होल्त्ज़बर्ग "उत्साहित और भावुक" है। मोशे का मोदी के लिए ये लगाव इसलिए है, क्योंकि वह मुंबई में एक यहूदी केंद्र में 2008 में हुए आतंकवादी हमले से बचने वालों में से एक है। बुधवार को मोदी मोशे से मुलाकात करने वाले है। उस आतंकी हमले में मोशे ने अपने माता-पिता को खो दिया था।
मोशे के दादा कहते हैं ''मोशे के दूसरे जन्मदिन के कुछ ही दिन पहले, आतंकवादियों ने मुंबई में छबाड़ हाउस पर हमला किया था। बच्चा, उसके माता-पिता और कई पर्यटक बंधक बना लिया। मोशे की नानी, सैंड्रा सैमुअल्स भी इमारत में थी और सभी नीचे के कमरे में छुप गए। अफरा-तफरी कुछ समझ नहीं आया और सब छोटे से मोशे को ढूंढ़ने लगे। इतने में उन्हें मोशे के रोने का आवाज आई और उसे अपने माता-पिता के मृत शरीर के शरीर के बीच रोते हुए पाया। उन्होंने उसे उठाया और इमारत से भाग निकले। जिस इमारत पर हमला हुआ था, 'नरीमन हाउस' भी कहा जाता है, जो हमले के बाद 2014 में फिर से खोला गया।
Created On :   5 July 2017 2:53 AM GMT