आज लॉन्च होगा इसरो का नेविगेशन सैटेलाइट

ISRO Countdown for launch of Indian replacement navigation satellite
आज लॉन्च होगा इसरो का नेविगेशन सैटेलाइट
आज लॉन्च होगा इसरो का नेविगेशन सैटेलाइट

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) ने देश के नवीनतम नेवीगेशन सैटेलाइट IRNSS-1H  के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू कर दी है। इस सैटेलाइट को गुरुवार शाम 7 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाएगा।

यह पहली बार है कि इसरो किसी प्रायवेट कंपनी के बने सैटेलाइट को लॉन्च करने जा रहा है। बेंगलुरू की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजी और इसरो के 70 इंजीनियरों ने सैटेलाइट के कल-पुर्जे बनाए हैं। यह सैटेलाइट असल में इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) को मजबूत करेगा। इसी तरह का एक सैटेलाइट IRNSS- 1A जुलाई 2013 को छोड़ा गया था, जिसकी तीनों आण्विक घड़ियां बंद हो चुकी हैं। इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह की समस्याएं यूरोपीय स्पेस एजेंसी और रूसी ग्लोनास जैसी एडवांस तकनीकों में भी पेश आती हैं। इसे दूर करने के लिए ही इसरो 1425 किग्रा के सैटेलाइट को पीएसएलवी सी-39 रॉकेट से लांच करने जा रहा है। इसी तरह के सैटेलाइट की अगली कड़ी अगले साल अप्रैल में लांच की जाएगी।

क्या फायदे होंगे

  • अपनी कक्षा में स्थापित होने के बाद यह सैटेलाइट रेलवे, जमीनी सर्वेक्षणों आदि के लिए काफी मददगार साबित होगा।
  • यह जीपीएस आधारित लोकेशन बेस्ड सर्विस देगा।
  • भारतीय वायुसेना को अपने फाइटर प्लेन्स के लिए दुश्मन के टारगेट को लोकेट करने और अचूक वार करने में इस सैटेलाइट से मदद मिलेगी।
  • इसके अलावा आपदा राहत, गाड़ियों की ट्रैकिंग और अन्य सेवाओं में भी इसकी मदद ली जा सकेगी। 

Created On :   30 Aug 2017 1:27 PM GMT

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