MP चुनाव : EVM और स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी को लेकर याचिका पर फैसला सुरक्षित

jabalpur high court decision on Petition for EVM and Strong Room Disturb
MP चुनाव : EVM और स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी को लेकर याचिका पर फैसला सुरक्षित
MP चुनाव : EVM और स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी को लेकर याचिका पर फैसला सुरक्षित

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। हाईकोर्ट ने EVM और स्ट्रांग रूम की गड़बड़ी की SIT जांच के लिए दायर याचिका पर फैसला सुरक्षित कर लिया है। इसके पूर्व चीफ जस्टिस एसके सेठ और जस्टिस विजय शुक्ला की युगल पीठ ने कांग्रेस और चुनाव आयोग के वकीलों का पक्ष सुना।

स्ट्रांग रूम में दो संदिग्ध लोग
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव नरेश सराफ की ओर से दायर याचिका में कहा गया कि सागर के खुरई में मतदान समाप्ति के 48 घंटे बाद EVM स्ट्रांग रूम पहुंची। सतना में स्ट्रांग रूम में दो संदिग्ध लोग घुसते हुए देखते गए। भोपाल में बिजली गुल होने की वजह से स्ट्रांग रूम के अंदर की लाइव रिकार्डिंग नहीं हो पाई। शाजापुर के शुजालपुर में दो अधिकारी EVM लेकर भाजपा नेता के होटल में रात भर रूके। खंडवा में तीन दिन बाद EVM स्ट्रांग रूम में जमा कराई गई। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक दिसंबर को चुनाव आयोग से गड़बड़ी की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रायन डिसिल्वा ने तर्क दिया कि EVM और स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी की SIT से जांच कराई जाए। इसके साथ ही सागर, सतना, भोपाल, शाजापुर और खंडवा में EVM और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को हटाया जाए।

चुनाव आयोग की ओर से अधिवक्ता सिद्द्धार्थ सेठ ने तर्क दिया कि एक दिसंबर को कांग्रेस की ओर से की गई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए दोषी अधिकारियों  के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें हटा दिया गया है। इस संबंध में चुनाव आयोग ने 4 दिसंबर को कांग्रेस नेताओं को जानकारी भी दे दी है। उन्होंने कहा कि सतना में सीसीटीवी में दिख रहे कर्मचारी स्टोर रूम में जा रहे थे, जिसकी पुष्टि कर ली गई है। भोपाल के स्ट्रांग रूम में भी किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है।

रिजर्व EVM की शिकायत
चुनाव आयोग के अधिवक्ता श्री सेठ ने कहा कि जिन EVM को लेकर शिकायत की जा रही है, वे सभी रिजर्व EVM है। जिन EVM से मतदान कराया गया है, उन्हें स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है। रिजर्व EVM को अलग रखा गया है। मतदान समाप्ति के बाद सभी प्रत्याशियों को मतदान के लिए उपयोग की गई EVM और रिजर्व EVM की सूची दी गई है। चुनाव आयोग ने पारदर्शी प्रक्रिया के जरिए मतदान कराया है। मतदान केन्द्र में मतदान शुरू होने से लेकर मतदान समाप्ति तक की प्रक्रिया पोलिंग एजेन्ट और इलेक्शन एजेन्ट के सामने पूरी की गई है। EVM की मतगणना का मिलान वीवीपैट की पर्चियों से कराने पर सुनवाई आज मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसके सेठ और जस्टिस विजय शुक्ला की युगल पीठ में EVM की मतगणना का मिलान वीवीपैट की पर्चियों से कराने के लिए दायर जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और अधिवक्ता अमिताभ गुप्ता की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया कि चुनाव आयोग के EVM मैन्युअल में कहा गया कि EVM ट्रैकिंग के लिए एक मोबाइल सॉफ्टवेयर बनाया गया है, जिसके जरिए सेंट्रल इलेक्शन ऑफिसर, जिला निर्वाचन अधिकारी और वेयर हाउस इंचार्ज EVM से कनेक्ट हो सकते है। इसकी वजह से EVM की मतगणना शंकास्पद है, इसलिए EVM की मतगणना का मिलान वीवीपैट की पर्चियों से किया जाए।

 

Created On :   6 Dec 2018 2:03 PM GMT

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