<![CDATA[Jaipur youth exposed international kidney racket]]>
टीम डिजिटल, नई दिल्ली. पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किडनी रैकेट से जुड़े चार लोगों को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे आंध्र प्रदेश के एक मरीज को जयपुर के एक डोनर की किडनी लगाने की तैयारी कर रहे थे. इस काम के लिए डोनर की फर्जी आईडी बनाई गई थी.

रैकेट के तार कई अन्य शहरों तक फैले हुए हैं, जो किडनी रेसीपियेंट और डोनर्स की डील करवा कर इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे हैं. मामले का खुलासा जयपुर के 24 वर्षीय चैक करने के लिए संपर्क किया तो पाया कि इस रैकेट के तार दिल्ली से जुड़े हैं. रैकेट से जुड़े लोगों ने कुछ महीने बाद जयदीप को दिल्ली बुलाकर हौजरानी इलाके के एक मकान में रुकवा दिया. वहां एक महिला बिचौलिए का काम करती थी. जो लोग किडनी डोनेट करने को तैयार होते थे. वही उन लोगों को ट्रेनिंग भी देती थी.

करीब 40 दिनों की डील के बाद अचानक एक दिन जयदीप को फोन कर बताया गया कि उसे बत्रा अस्पताल में उस रोज ऑपरेट किया जाएगा. ठीक यही वक्त था जब क्राइम ब्रांच ने अस्पताल में रेड की और पूरे प्रोसेस को बीच में रोककर किडनी की खरीद फरोख्त के इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया. इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.

 

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Created On :   27 May 2017 9:50 AM GMT

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