दिल्ली : आम की लुप्त प्रजातियों को जीवित रखने मैंगो फेस्टिवल का आयोजन

दिल्ली : आम की लुप्त प्रजातियों को जीवित रखने मैंगो फेस्टिवल का आयोजन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियों के मौसम में विशेष रूप से तैयार आम को खासा पसंद किया जाता है। रसीला फल होने की वजह से यह बच्चों से लेकर बड़ों सभी को खासा पसंद होता है। यह कई वैरायटी में बाजार में मिलता है और सभी का स्वाद में बेहद उम्दा ही लगता है। लेकिन इसकी कई प्रजातियां धीरे-धीरे लुप्त हो रही है। इसको बड़ा देने के लिए और किसानों, उपभोक्ताओं और बिचौलियों को एक मंच पर लाकर मध्यस्थता लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मैंगो फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। जिसका आयोजन दिल्ली टूरिज्म की ओर से जनकपुरी दिल्ली हाट में किया गया है।

तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल में आम की करीब 550 किस्में उपलब्ध है। यहां आप मात्र 100 रुपए में जी भर के आम खाने सकते है। हाट बाजार में "केजरी" और "सिसोदिया" नाम के आमों की भी धूम है। मैंगो फेस्टिवल का शुभारंभ दिल्ली के डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने किया। 

आम को बढ़ावा देने के लिए मैंगो ईटिंग कंपटीशन कराया जा रही है। प्रतिभागियों को तीन मिनट में सबसे ज्यादा आम खाने होंगे। यहां कंपटीशन महिलाओं और बच्चों के बीच होगा। जीतने वाली प्रतिभागियों नकद इनाम भी दिया जाएगा। जिसमें पहले विजेता को तीन हजार, दूसरे को दो हजार और तीसरे विजेता को एक हजार की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।

आम की वैरायटी की बात करें तो यहां 550 प्रकार के आम देश के विभिन्न राज्यों और विभिन्न बगानों से प्रदर्शनी में लगाए गए हैं। यहां आप अंगूर से लेकर पपीते तक के आकार के आमों को देख सकते है। यहां दुर्लभ किस्में हुस्नआरा, रटौल, रामकेला, केसर, मल्लिका, आम्रपाली, लीची, फजली, और हाथी झूल भी हैं। 

आम एक प्रकार का रसीला फल है। इसे भारत में फलों का राजा भी बोलते हैं। आम की पैदावार 4000 वर्षो से भी ज्यादा पुरानी है। विश्व में आम की 1365 किस्में पैदा होती है, जिसमें से लगभग 1000 किस्में भारत में पाई जाती है। दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा 1987 से हर मैंगो फेस्टिवल का आयोजन करा रहा है। 

Created On :   7 July 2018 8:35 AM GMT

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