जननी एक्सप्रेस खाई में गिरी, गर्भस्थ शिशु की मौत, मां अस्पताल में

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जननी एक्सप्रेस खाई में गिरी, गर्भस्थ शिशु की मौत, मां अस्पताल में
जननी एक्सप्रेस खाई में गिरी, गर्भस्थ शिशु की मौत, मां अस्पताल में

डिजिटल डेस्क सतना। मझगवां क्षेत्र के महाराजनगर गांव से गर्भवती को लेकर अस्पताल आ रही जननी एक्सप्रेस सोमवार की दरमियानी रात लगभग साढ़े 12 बजे खोही  घाटी के  पास खाई में गिर गई। सडक़ दुर्घटना में गर्भवती और उसकी सास गंभीर रूप से घायल हो गईं। दोनों को दूसरे वाहन से आनन-फानन मझगवां अस्पताल लाया गया। हालत गंभीर होने पर देर रात गर्भवती को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजन के मुताबिक जिला अस्पताल में गर्भवती की डिलेवरी कराई गई लेकिन  नवजात की कोख में ही मौत हो गई थी।
 ये है मामला
जानकारी के मुताबिक महाराजनगर निवासी बिट्टन यादव पत्नी अनिल यादव 23 वर्ष को लेबर पेन होने पर सास चांदनी यादव 46 वर्ष बीती रात उसे जननी एक्सपे्रस से लेकर मझगवां अस्पताल आ रही थी। जैसे ही एम्बुलेंस खोही घाटी में पहुंची, अचानक वाहन बंद हो गया। जब तक चालक कंट्रोल कर पाता एम्बुलेंस बैक होकर पीछे लगभग 20 फिट गहरी खाई में गिर गई। सूत्रों की मानें तो जननी एक्सप्रेस को मुन्ना माझी चला रहा था। खबर है कि इस जननी एक्सप्रेस का रजिस्ट्रेशन तक नहीं है। एम्बुलेंस में नंबर भी नहीं डला है। इससे साफ होता है जननी एक्सप्रेस के संचालन में नियमों की अनदेखी की जा रही है। दूसरे वाहन चालक के मुताबिक गाड़ी में तकनीकी खराबी आने की जानकारी मालिक को कई दफा दी गई बावजूद इसके एम्बुलेंस का मेन्टिनेंस नहीं कराया गया। बड़ी बात तो यह है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कभी जननी एक्सप्रेस की जांच नहीं करते, जबकि डायरेक्ट्रेट द्वारा समय-समय पर वाहनों के भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक जबसे जननी एक्सप्रेस को 108 में मर्ज किया गया है तब से वाहनों पर जिला स्तर से कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया।
इनका कहना है।
जननी एक्सप्रेस रात में खाई में गिरी है, इस बात की जानकारी मिली है। उसका रजिस्ट्रेशन नहीं था या नहीं इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है।
डा. तरुणकांत त्रिपाठी, बीएमओ मझगवां

Created On :   24 April 2018 8:09 AM GMT

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