Jio की सोच के पीछे अंबानी खानदान के इस चिराग का है दिमाग, मुकेश ने खोला राज
डिजिटल डेस्क । रिलायंस Jio का नाम हर शख्स जुबां पर हैं। रिलायंस Jio की जबरदस्त सक्सेस ने रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह को खासा फायदा पहुंचाया है और Jio की वजह से ही देश की जनता में रिलायंस समूह के प्रति विश्वास और बी मजबूत हो गया है, लेकिन क्या आप जानते है कि आखिर Jio जैसे प्रोजेक्ट के पीछे किसकी सोच है? इसे लेकर शायद आपके मन में सवाल आया होगा, लेकिन जवाब नहीं मिला होगा। Jio के राज से खुद रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी ने पर्दा उठाया है। Jio के पीछे की कहानी उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि सबसे पहले ये आइडिया उनकी बेटी ईशा अंबानी के दिमाग में आया था।
गुरुवार को हुए फाइनैंशियल टाइम्स आर्सेलरमित्तल बोल्डनेसइन बिजनेस पुरस्कार समारोह के दौरान मुकेश अंबानी ने ये बात बताई। इस समारोह में मुकेश अंबानी को परिवर्तन लाने वाले उद्यम के रूप में सम्मनित किया गया। उन्होंने बताया कि "कैसे सिर्फ दो साल के अंदर Jio ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल ब्रॉडबैंड डेटा उपभोक्ता देश बना दिया है। उन्होंने बताया कि Jio को शुरू करने में 31 अरब डॉलर का खर्च आया। Jioकी जब से शुरुआत हुई है, तब से ही उसने देश के मोबाइल फोन बाजार में उथल-पुथल मचा दिया। Jio ने देश में मोबाइल कंपनियों को कॉल और इंटरनेट की दरें कम करने पर मजबूर कर दिया।"
ईशा ने कहा बहुत खराब है इंटरनेट की स्पीड
अंबानी ने 2011 के उस दिन को याद करते हुए अवॉर्ड फंक्शन में कहा कि तब उनकी बेटी अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी में पढ़ती थीं और भारत आई हुई थीं। वो अपना कुछ होमवर्क सबमिट करना चाहती थी, लेकिन इंटरनेट काफी स्लो चल रहा था। तभी उसने कहा कि, "पापा, हमारे घर में इंटरनेट की स्पीड अच्छी नहीं है।" अंबानी ने आगे कहा कि ईशा का जुड़वा भाई आकाश ने उस समय कहा कि पुराने समय में, टैलीकॉम कंपनियां वॉयस सर्विस पर निर्भर थीं और लोग कॉल्स से पैसा बना रहे हैं लेकिन नई दुनिया में सबकुछ डिजिटल है।
बेटे ने समझाया डिजिटल ही है फ्यूचर
मुकेश अंबानी के मुताबिक, इस समस्या को सुनने के बाद उनके बेटे आकाश ने उनसे कहा कि आज सिर्फ फोन से कॉल कर कंपनियां पैसे कमा रही हैं लेकिन आने वाला समय डिजिटल होगा और सभी काम डिजिटली किए जाएंगे। इसके बाद आकाश ने अपने पिता को टेलीकॉम इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए मनाया।
Jio ऐसे वक्त में आया जब भारत खराब इंटरनेट स्पीड से गुजर रहा था
अंबानी ने कहा कि उस समय भारत खराब कनेक्टीविटी और डिजिटल इंडिया के लिए सबसे महत्वपूर्ण डाटा की कमी से जूझ रहा था। डाटा की बेहतर उपलब्धता और इसे किफायती बनाकर Jioने इस परिस्थिति को बदल दिया। सितंबर 2016 में Jio को वाणिज्यिक रूप से लॉन्च किया गया था और आज Jioभारत में खेल बदलने वाली कंपनी बन चुकी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले डीपमाइंड टैक्नोलॉजी, एचबीओ, अलीबाबा, अमेजन, एप्पल और फिएट को भी इस अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।
Created On :   17 March 2018 7:39 AM GMT