अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों की नजर, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों की नजर, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों की नजर, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों की नजर, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

जम्मू. पाक अपने नापाक मंसूबों को परवान चढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ता। एक बार फिर अमरनाथ यात्रा पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। श्री अमरनाथ यात्रा में गड़बड़ी फैलाने की साजिश के तहत पाक सेना यात्रा शुरू होने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को एलओसी पार भेजने की तैयारी में है। उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर बने 20 से अधिक लांचिंग पैड पर घुसपैठ की फिराक में आतंकी डटे हुए हैं। उन्हें पाक सेना हर संभव मदद कर रही है। यही वजह है कि पिछले दो दिनों में आतंकियों ने घुसपैठ की तीन कोशिशें कीं। 


खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट हैं कि गड़बड़ी की साजिश के तहत आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा के बेस कैंप पहलगाम तथा आसपास के गांवों में डेरा डाल दिया है। आतंकियों की पहलगाम में मौजूदगी की सूचना से सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। प्रशिक्षित आतंकियों को अधिक से अधिक संख्या में घुसपैठ कराने के लिए पीओके में लांचिंग पैड पर बुलाया गया है। घुसपैठ में विफल रहने पर घाटी में पहले से सक्रिय आतंकियों को गड़बड़ी फैलाने के निर्देश दिए गए हैं। सेना की 15 कोर के एक अधिकारी ने भी पाकिस्तान की ओर से आतंकियों को घुसपैठ कराने में मदद करने की पुष्टि की है।

उत्तरी कश्मीर में उरी, नौगाम तथा मच्छेल सेक्टर भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से घुसपैठ के लिए काफी संवेदनशील है। पिछले कुछ दिनों से इन सेक्टरों में आतंकियों की संदिग्ध हलचल देखी जा रही है। विदित हो कि अमरनाथ यात्रा पर हर साल सैकड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से जाते हैं। ये क्षेत्र संदिग्ध माने जाते हैं जिसकी वजह से सेना की यहां पैनी निगाह रहती है। साल 2016 में पत्थरबाजों की वजह से अमरनाथ मार्ग पहलगाम पर लंबा जाम लग गया था। 48 घंटे में तीन नाकाम कोशिशें और सात आतंकी ढेर हो चुके है। सेना के जवान सीमा पर मुस्तैदी बरते हुए हैं। हालांकि इसमें सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। लगातार जारी घुसपैठ और आतंकी हमलों के चलते जम्मू-कश्मीर सेक्टर पर पहले की बजाए निगरानी और अधिक सख्त कर दी गई है

Created On :   9 Jun 2017 3:10 AM GMT

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