JNU छात्रसंघ चुनाव परिणाम : ABVP और LEFT में कांटे की टक्कर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के सबसे महत्वपूर्ण छात्रसंघ चुनावों में से एक JNUSU के छात्रसंघ चुनाव में शुक्रवार को भारी जोश खरोश और नारों के बीच चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव में 57.6 प्रतिशत छात्रों ने मतदान में हिस्सा लिया। जिसके औपचारिक नतीजे 11 सितम्बर को घोषित किये जायेंगे हालांकि अभी तक एबीवीपी के 6 काउंसलर, 4 लेफ्ट उमीदवारों और कुछ निर्दलीय उमीदवारों को सफलता मिली है। इस बार विश्वविद्यालय के चुनाव में कुल 8043 मतदाता छात्र थे। जिसमें से कुल 4639 छात्रों ने चुनाव में वोट डाले।
जहां स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में लेफ्ट को पांच में से चार काउंसलर मिले हैं, वहीं साइंस स्कूल में एबीवीपी को सफलता मिली है। वहीं स्कूल ऑफ सोशल साइंस में 4 पदों पर लेफ्ट के उमीदवारों ने जीत हासिल की है। वही 1 सीट पर उमर खालिद की पार्टी के प्रत्याशी को जीत मिली है। स्कूल ऑफ लैंग्वेज लिटरेचर एंड कल्चरल स्टडीज में काउंसलर पद के पांचों सीटों पर लेफ्ट आगे चल रही है। इस वर्ष के चुनाव में कुल चार सेंटरों पर वोट डाले गए। वैसे तो जेएनयू में चुनाव से पहले होने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट से ही यह तय हो जाता है कि अगला अध्यक्ष कौन होगा, लेकिन इस बार की डिबेट के आधार पर इस बात का अंदाजा काफी मुश्किल हो गया है। हालांकि इस बार निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद फारुक ने डिबेट में सबसे अधिक वाहवाही बटोरी थी।
हम आपको बता दें कि फिलहाल वोटिंग ख़त्म हो गयी है। अगर रुझानों की बात की जाये तो लेफ्ट यूनिटी, बापसा और एबीवीपी में कड़ी टक्कर होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं। चुनाव के दौरान जहां लेफ्ट के छात्रों ने अपना नार "लाल सलाम" लगाकर अपना दम ख़म दिखाया वहीं एबीवीपी के छात्र वन्देमातरम का नारा लगाकर पूरी तरह जोश से लबरेज दिखे। इस बार चुनावों में आइसा-डीएसएफ, एआईएसएफ और एबीवीपी के छात्र उम्मीदवारों के बीच मुकाबले को देखा जा रहा है। इस वर्ष छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं। फिलहाल अभी छात्रसंघ अध्यक्ष की सीट पर आइसा का कब्जा है जिसका एसएफआई के साथ गठबंधन है।
Created On :   9 Sep 2017 2:33 PM GMT