गायनिक OT शुरू नहीं होने से भड़के संयुक्त निदेशक, जिम्मेदारों को किया खबरदार

Joint director rajesh kathal warned staff to start gynic ot immediately
गायनिक OT शुरू नहीं होने से भड़के संयुक्त निदेशक, जिम्मेदारों को किया खबरदार
गायनिक OT शुरू नहीं होने से भड़के संयुक्त निदेशक, जिम्मेदारों को किया खबरदार

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (बैढ़न)। जिला अस्पताल में करीब 4-5 माह पहले से बनकर तैयार गायनिक OT का संचालन अभी तक नहीं किया जा सका है। मंगलवार को अस्पताल के निरीक्षण करने भोपाल से आये ज्वाइंट डायरेक्टर एवं सीधी-सिंगरौली जिले के प्रभारी डॉक्टर राजेश कठल को इसकी भनक लगी तो वह भड़क उठे। उन्होंने मौके पर ही अस्पताल प्रबंधन और गायनिक प्रभारी को फटकार लगायी और कहा अगले माह फिर से निरीक्षण करने आऊंगा, तब तक यह OT चालू हो जानी चाहिए, वर्ना जिम्मेदारों की खैर नहीं।

बताया जा रहा है कि यहां अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं का सिजेरियन भी OT के अभाव में नहीं हो पा रहा था। जिससे जरूरतमंदों को नेहरू अस्पताल और NTPC विंध्याचल डिस्पेंशनरी जाना पड़ता है। निरीक्षण दौरान डॉ. कठल ने अस्पताल की OPD से लेकर गायनिक, महिला-पुरूष वार्ड, NRC , SNCU, टीबी वार्ड सहित अन्य जगहों पर पहुंचकर स्थितियों का जायजा लिया। खास बात यह रही कि इस बार निरीक्षण में डॉ. कठल अपने साथ PWD के संभागीय अधिकारी को भी लेकर आये थे। जिन्हें उन्होंने अस्पताल के कई उन हिस्सों को दिखाया, जहां नवीन निर्माण या फिर रेनोवेशन की जरूरत है। निरीक्षण के बाद अस्पताल प्रबंधन से चर्चा कर डॉ. कठल ने बिना देरी किये तत्काल कई नवीन व्यवस्थाओं के लिये प्रपोजल भी तैयार कराया। ताकि विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे अस्पताल में व्यवस्थाएं सुचारू हो सकें।

मेडिकल बोर्ड के इंतजार में परेशान रहे लोग
अस्पताल के निरीक्षण में स्थितियां जानने के बाद डॉक्टर कठल ने सिविल सर्जन के ऑफिस में अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों की एक मीटिंग भी ली। जो करीब घंटे भर चली, लेकिन मंगलवार का दिन होने इस दौरान मेडिकल बोर्ड का समय हो गया था और दूरदराज से आये लोग बोर्ड के इंतजार में घंटेभर से ज्यादा समय तक बैठे रहे। गर्मी-उमस की मार से हर कोई परेशान रहा। आलम यह था कि मेडिलक बोर्ड के इंतजार में लोगों का गुस्सा फूटने लगा था।

अब बर्न की जगह शिफ्ट होगा NRC
कुछ माह पहले अस्पताल परिसर में डॉक्टर बद्री सिंह द्वारा जिस आवास को खाली किया गया था। उसमें बर्न यूनिट व टीकाकरण केन्द्र स्थापित करने की अस्पताल प्रबंधन प्लानिंग कर रहा था और निरीक्षण दौरान इसकी जानकारी मिलने पर डॉ. कठल ने भी इसे सराहा। लेकिन चर्चा के बाद उन्होंने इसमें परिवर्तन करते हुय बर्न यूनिट की जगह NRC सेंटर स्थापित करने का निर्देश दिया। क्योंकि अस्पताल से बर्न यूनिट को अलग करने पर व्यवस्थाएं लड़खड़ा जाएंगी। जबकि NRC को वहां शिफ्ट करने से सेंटर में भर्ती बच्चों के लिये पर्याप्त व्यवस्थाएं तैयार की जा सकेंगी। डॉ. कठल के निर्णय पर सभी ने सहमति जतायी।

Created On :   6 Jun 2018 7:59 AM GMT

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