दार्जिलिंग के लोगों से माफी मांगे ममता : कैलाश
एजेंसी, कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि दार्जिलिंग के लोगों को विकास, रोजगार और अच्छी शिक्षा नीति चाहिए थी, लेकिन ममता सरकार इन सब में असफल रही है। इसके लिए पं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दार्जिलिंग के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
कैलाश विजयवर्गीय यहां कोलकाता में आयोजित एक राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। यहां गोरखालैंड के अलग राज्य की मांग पर उन्होंने कहा है कि 'हम अलग राज्य बनाने को समर्थन नहीं करते हैं, हम चाहते हैं कि गोरखा लोगों का विकास हो, उनके कल्चर और विरासत का विकास हो'
उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार ने पहाड़ी लोगों के विकास की आवश्यकता को पूरा करने के लिए गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) बनाया है, लेकिन राज्य सरकार उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं करती।'
विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार वित्तीय लोगों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारों को भी देने में विफल रही है। 'यही कारण है कि गोरखाओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत की है और इसके परिणाम स्वरूप वे विरोध आंदोलनों का आयोजन कर रहे हैं।' गौरतलब हो कि राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पहले कहा था कि जातीयता और भाषा के आधार पर राज्यों का निर्माण होगा।
गोरखा मुक्ति मोर्चा का विरोध क्यों?
सरकार ने साफ किया है कि गोरखा मुक्ति मोर्चा का विरोध ममता बनर्जी के उस एलान की वजह से है, जिसमें उन्होंने 10वीं तक सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा की पढ़ाई अनिवार्य कर दी है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा सभी साइनबोर्ड के नेपाली और अंग्रेज़ी में करने की मांग कर रहा है। साथ ही गोरखालैंड की मांग को लेकर टॉर्च रैली और सिग्नेचर कैंपेन की तैयारी भी हो रही है।
Created On :   26 Jun 2017 2:38 PM GMT