कर्नाटक चुनाव : आज आमने सामने होंगे शाह-राहुल, लिंगायतों को रिझाने की करेंगे कोशिश

कर्नाटक चुनाव : आज आमने सामने होंगे शाह-राहुल, लिंगायतों को रिझाने की करेंगे कोशिश


डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए अब राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। इसी बीच कर्नाटक में मंगलवार को दो बड़ी पार्टियों के अध्यक्ष आमने-सामने होंगे। राज्य में होने वाले चुनावों के मद्देनजर सोमवार से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ही दौरे पर रहेंगे। इस दौरान अमित शाह जहां वीरशैव लिंगायत समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे, तो वहीं राहुल गांधी लिंगायतों के सिद्धगंगा मठ जाकर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी से आशीर्वाद लेंगे। 

क्या है अमित शाह का कार्यक्रम?

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को सोमवार को हवेरी जिले के कागीनेली में जाएंगे, जहां वो एक ओबीसी रैली को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही शाह शिवयोग मंडी भी जाएंगे, जो वीरशैव लिंगायत समुदाय का पवित्र स्थान है। इस दौरान शाह करीब 250 वीरशैव लिंगायत समुदाय के लोगों से बात करेंगे। बता दें कि राज्य में 18% लिंगायतों में से 3 फीसदी वीरशैव लिंगायत समुदाय से हैं।

 

 

10:00 AM : प्रेस कॉन्फ्रेंस, बेलागवी

11:00 AM : ट्रेड बिजनेस कम्यूनिटी से मुलाकात

12:45 PM : शक्ति केंद्र प्रमुख कन्वेन्शन में हिस्सा लेंगे

1:50 PM : श्री गोविंद कारजोल के घर में लंच

3:10 PM: पूज्य स्वामी जी से शिवायोगी मंदिर में मुलाकात

5:10 PM : ओबीसी कन्वेन्शन में हिस्सा

क्या है राहुल गांधी का कार्यक्रम? 

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी सोमवार से दो दिन के लिए कर्नाटक दौरे पर ही रहेंगे। ये उनका 5वां कर्नाटक दौरा है। राहुल गांधी सोमवार को शिवमोगा में मीटिंग करेंगे। शिवमोगा को बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बीएस येदियुरप्पा का गढ़ माना जाता है। बताया जा रहा है कि शिवमोगा में राहुल एक रोड शो भी कर सकते हैं। इसके अलावा राहुल चित्रदुर्ग, टुमकुर और रामगढ़ जिले का दौरा भी करेंगे। अपने दौरे में राहुल लिंगायतों के सिद्धगंगा मठ भी जाएंगे और श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी से मुलाकात करेंगे। बता दें कि राहुल से पहले 26-27 मार्च को दौरे पर आए अमित शाह सिद्धगंगा मठ पहुंचे थे।

 

 

12:15 PM : जन संपर्क, शिव मोगा

1:15 PM : डीसीसी दफ्तर का लोकार्पण, शिवमोगा

3:15 PM : होनाल्ली में जन संपर्क, देवानगरे

4:30 PM : हरिहरा में जन संपर्क

5:00 PM : बाठी में जन संपर्क

5:30 PM : गर्वनमेंट स्कूल में पब्लिक मीटिंग, देवानगरे

बीजेपी के लिए अहम क्यों?

- 2013 में बीजेपी सत्ता से अलग हो गई थी।
- कर्नाटक जीत से 2019 के चुनाव के लिए राह आसान होगी।
- दक्षिण भारत का एकमात्र राज्य जहां बीजेपी सत्ता में रही।
- अगर जीते तो दक्षिण भारत में पार्टी विस्तार करने में मदद मिलेगी।

कांग्रेस के लिए अहम क्यों?

- देश में अकेला बड़ा राज्य जाहां कांग्रेस की सरकार।
- सत्ता बरकररार रखना राहुल के लिए चुनौती।
- अगर हारी तो पंजाब ही एकमात्र बड़ा राज्य बचेगा।
- जीती को 2019 के लिए कांग्रेस के लिए मनोबल बढ़ेगा।

कर्नाटक में पिछली बार क्या थे नतीजे?

कर्नाटक में 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे और कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी। 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने यहां की 224 सीटों में से 122 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी ने 40 और एचडी देवगौडा की जनता दल (सेक्यूलर) ने भी 40 सीटों पर कब्जा किया था। विधानसभा चुनावों में बीजेपी भले ही कुछ खास न कर पाई हो, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने यहां की 28 सीटों में से 17 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 9 सीटें ही गई थी।

कर्नाटक में कब है चुनाव?

मंगलवार को इलेक्शन कमीशन ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। कर्नाटक की 224 सीटों के लिए 12 मई को वोटिंग होगी, जबकि 15 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इलेक्शन कमीशन ने बताया कि 17 से 24 अप्रैल तक नॉमिनेशन भरे जाएंगे। 27 अप्रैल तक नॉमिनेशन वापस लिया जा सकेगा।

Created On :   3 April 2018 4:45 AM GMT

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