कार्तिक पूर्णिमा : आज विष्णु आराधना का विशेष दिन, मिलेगा दोगुना फल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कार्तिक माह का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व है। इस माह को सूर्य उपासना का माह भी कहा जाता है। पूरे माह सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान के बाद सूर्य व भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। पूरे माह के फल या विशेष पूजन का दिन पूर्णिमा के दिन आता है, जिसे हम कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं, जो कि इस बार 4 नवंबर 2017 को अर्थात आज है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
गंगा स्नान से मिलेगा विशेष फल
शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने मत्सय अवतार लिया था। शरद पूर्णिमा से प्रारंभ सूर्योदय पूर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा तक चलते हैं। जो पूरे माह नियमों का पालन विधिवत करता है उसे विष्णुदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। हरिद्वार और गंगा तट पर इसका माहौल अलग ही देखने मिलता है। स्नान व पूजन के बाद श्रीहरि की स्तुति स्वरूप भजन गायन और मंत्रों का उच्चारण नवीन ऊर्जा का संचार करता है।
पूजन का शुभ मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा तिथि की शुरूआत भी एक दिन पहले अर्थात 3 नवंबर से हो रही है। यह 3 नवंबर शुक्रवार 13.46 से प्रारंभ होकर 4 नवंबर शनिवार 10.52 मिनट तक रहेगी।
पूजन का महत्व एवं विधि
भगवान विष्णु की आराधना, पूजन इस दिन व्रत रखना विशेष फलदायी बताया गया है। जो लोग कार्तिक माह नियमों का पालन व पूजन करते है। उन्हें संभव हो तो नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रतधारियों के लिए भी ये नियम मान्य है। पूर्णिमा के दिन दान का भी महत्व है। ऐसी भी मान्यता है कि विष्णु पूजन के उपरांत इस दिन घर में यज्ञ, पूजन, गंगा या किसी पवित्र नदी का स्नान करने से व्रत का फल दोगुना प्राप्त होता है।
Created On :   25 Oct 2017 3:53 AM GMT