सिखों को हिंदू बताने पर खालिस्तानी संगठन की धमकी, “26 जनवरी पर जलाएंगे भारतीय झंडा”
- अमेरिका के खालिस्तानी समर्थक संगठन ने भारतीय झंडे को जलाने की धमकी दी है।
- अमेरिकी संविधान के मुताबिक वहां ऐसा करने पर छूट है।
- संगठन ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन भारतीय दूतावास के सामने इस घटना को अंजाम देंगे।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। पंजाब को भारत से अलग करने की तथाकथित मांग को लेकर सामने आए खालिस्तानी संगठन ने एक और विवाद खड़ा कर दिया है। अमेरिका के खालिस्तानी समर्थक संगठन ने भारतीय झंडे को जलाने की धमकी दी है। संगठन ने कहा है कि गणतंत्र दिवस के दिन वॉशिंगटन में स्थित भारतीय दूतावास के सामने इस घटना को अंजाम देंगे। अमेरिकी संविधान के मुताबिक वहां ऐसा करने पर छूट है, क्योंकि यह अभिव्यक्ति की आजादी तहत आता है। बता दें कि भारत इस साल अपना 70वां गणतंत्र दिवस मनाएगा।
सिख फॉर जस्टिस नामक इस खालिस्तानी संगठन ने कहा, हम भारतीय संविधान के सेक्शन 25 (b) का विरोध करते हैं। इस सेक्शन के तहत हम सिखों को हिंदू बताया जाता है। हम इसका विरोध करते हैं। हम हिन्दू नहीं हैं। काफी समय तक हमने यह झेल लिया, अब और नहीं झेल सकते। हम अपने सभी समर्थक से अनुरोध करते हैं कि वह वाशिंगटन डीसी में मसाचुसेट्स एवेन्यू स्थित भारतीय दूतावास के सामने की पब्लिक पार्क में जमा होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हों। खालिस्तान समर्थक इससे पहले भी अमेरिका में भारत विरोधी कई प्रदर्शन कर चुके हैं। भारत सरकार इसको लेकर कई बार अमेरिका से शिकायत भी कर चुका है। सरकार ने इसको लेकर कई देशों को सजग भी किया था, लेकिन इसपर अभी तक कोई ऐक्शन नहीं लिया गया है।
इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि अगर खालिस्तानी समर्थक अमेरिका में अगर भारतीय तिरंगा का अपमान करते हैं, तो वहां का प्रशासन भी उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक सकता, ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी कानून उन्हें विरोध प्रदर्शन करने की छूट देता है। यहां तक कि प्रदर्शनकारी अमेरिकी फ्लैग का भी अपमान कर सकते हैं। अमेरिका में नेशनल फ्लैग जलाने और उसका अपमान करने का अधिकार है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने इसमें संशोधन करने की मांग की थी। इसको लेकर ट्रंप ने एक ट्वीट भी किया था। इस ट्वीट में उन्होंने कहा था, किसी को भी अमेरिकी फ्लैग जलाने का अधिकार नहीं होना चाहिए। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसका कोई न कोई पनिशमेंट भी होना चाहिए। मेरे ख्याल से उस व्यक्ति की नागरिकता छीन ली जानी चाहिए या उन्हें जेल की सजा हो जानी चाहिए। हालांकि इसपर अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
Created On :   24 Jan 2019 3:04 PM GMT