खासदार महोत्सव में गंगा राष्ट्र की जीवन धारा पर बैले की प्रस्तुति

Khasdar mahotsav : Presentation on Ganga life stream of Nation theme
खासदार महोत्सव में गंगा राष्ट्र की जीवन धारा पर बैले की प्रस्तुति
खासदार महोत्सव में गंगा राष्ट्र की जीवन धारा पर बैले की प्रस्तुति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गंगा नदी को हमारे देश में मां की तरह पूजा जाता है। वो सिर्फ हमारी नदी ही नहीं है बल्कि देवी तुल्य है। गंगा के महत्व को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में "गंगा राष्ट्र की जीवन धारा" बैले कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  कांचन  गडकरी,  शालिनी  दत्ता मेघे, सुमन भाऊसाहेब मुलक, डॉ. सुहासिनी गोविन्दराव वंजारी, उर्मिला रमेश अग्रवाल, राजश्री श्रीकांत जिचकार, डॉ. मंजूषा मार्डीकर, निशा सावरकर, कुंदा विजयकर मौजूद थीं।

इस दौरान अन्नपूर्णा शास्त्री, तनुजा नाफाडे, दीना पारखे, सपना शर्मा, डॉ. मंगला केतकर, डॉ. छाया चौरसिया, डॉ वैशाली खेड़ीकर, सुलभा पंडित, मैमुना हक, चंद्रशेखर, रूपा कुलकर्णी, मीरा खडक्कर, कुमकुम शिरपुरकर, आशा बगे, रत्नम जनार्दनम, स्वाति भालेराव, अंजलि मिसाल, ललिता हरदास आदि को सम्मानित किया गया। 

इस दौरान कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से गंगा नदी का जीवंत रूप दिखाया, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी की गईं। कार्यक्रम में गंगा नदी का उद्भव, शंकर भगवान की जटा में स्थापित होने  के साथ ही अन्य कई प्रसंग दर्शकों के सामने प्रस्तुत किए गए। इन अद्भुत दृश्यों को देखकर पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कलाकारों के जीवंत अभिनय ने दर्शकों के सामने साक्षात गंगा मां को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में गंगा नदी की यात्रा का पूरा दृश्य प्रस्तुत किया गया।

आज की प्रस्तुति
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में आज "दुर्गा" नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हेमा मालिनी द्वारा दी जाएगी। 

 

Created On :   16 Dec 2018 12:38 PM GMT

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