झारखंड में 'चुंबन' पर छिड़ा घमासान, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

झारखंड में 'चुंबन' पर छिड़ा घमासान, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

डिजिटल डेस्क, पाकुड़। थाईलैंड के तर्ज पर झारखंड के डुमरिया सिद्धो कान्हू मेला में आयोजित चुम्‍बन प्रतियोगिता का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस प्रतियोगिता को लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए हैं। कार्यक्रम के आयोजक झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक साइमन मरांडी का बीजेपी खुलकर विरोध कर रही है।


जांच के बाद होगी कार्रवाई

इस मामले को लेकर उपायुक्त के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार देव और डीएसपी मुख्यालय नवनीत ए हेम्ब्रम ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की। हालांकि आयोजकों की और से कोई खास जानकारी जांच अधिकारियों को नहीं मिल पाई। जांच टीम लगभग 1 घंटे तक मैदान पर रही, लेकिन कार्यक्रम के आयोजक स्थल पर नहीं पहुंचे। जिसके बाद टीम वापस लौट गई। एसडीओ जितेंद्र कुमार देव ने बताया कि सिद्धु-कान्हु मेला में दंडाधिकारी के रूप में नियुक्त बीडीओ लिट‍्टीपाड़ा और हिरणपुर के अलावा पुलिस पदाधिकारी और चौकीदार से पूछताछ की गयी है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे उपायुक्त को दिया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

 

जिसका चुंबन सबसे लंबा वहीं विनर

लिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया गांव में झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक साइमन मरांडी हर साल यहां मेले का आयोजन कराते हैं। मेले की विशेषता इसकी चुम्‍बन प्रतियोगिता है। चुम्‍बन प्रतियोगिता में दर्जनों जोड़े एक-दूसरे को किस करते हैं। जिसका चुंबन सबसे लंबा होता है, वही इस प्रतियोगिता का विनर होता है। 

 

आदिवासी लेते हैं हिस्सा

इस मेले में जिले के सभी आदिवासी पहाडिया समाज के लोग हिस्सा लेते हैं और मेले में लोगों के मनोरंजन के लिए आदिवासी एवं पहाडिया नृत्य, गीत भी प्रस्तुत किया जाता है। इस बार आयोजित हुई प्रतियोगिता में 18 आदिवासी जोड़े शामिल हुए जिनमें से तीन को पुरस्कार दिया गया। ये तीन जोड़े बाकियों की अपेक्षा अधिक देर तक चुंबन कर पाए इसीलिए उन्हें इनाम दिया गया।

 

छिड़ा सियासी घमासान

देशभर में इस प्रतियोगिता की चर्चा होने के बाद सियासी घमासान छिड़ गया है। भाजपा विधायक साहेब हांसदा ने मरांडी ने ऐसी प्रतियोगिता कराने के लिए निंदा की है। बीजेपी के आदिवासी सेल के अध्यक्ष राम कुमार पाहन कहते है कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना JMM पार्टी की दुष्प्रवृति को दिखाता है। साइमन मरांडी ये आयोजन केवल वोट बैंक के लिए कराते हैं। बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष बारी मुर्मू ने कहा है कि जेएमएम कार्यकर्ताओं ने आदिवासी समाज की छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया है।

 

मरांडी का तर्क

कार्यक्रम के आयोजक और JMM विधायक मरांडी का तर्क है कि आदिवासी प्यार का इजहार करने में संकोची स्वभाव के होते हैं। ये लोग एक-दूसरे से दिल की बात नहीं कह पाते जिसकी वजह से पिछले दिनों में तलाक के मामले भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि झिझक छोड़ कर प्यार को बढ़ावा मिले इसलिए ये प्रतियोगिता आयोजित कराई गई।

Created On :   12 Dec 2017 3:13 AM GMT

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