संतरानगरी में प्रवासी पंछियों की दस्तक , तालाबों में गूंज रही चहचहाहट

Knocking of migratory birds, chirping in ponds
संतरानगरी में प्रवासी पंछियों की दस्तक , तालाबों में गूंज रही चहचहाहट
संतरानगरी में प्रवासी पंछियों की दस्तक , तालाबों में गूंज रही चहचहाहट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मौसम में हुए बदलाव के कारण इस साल नागपुर क्षेत्र में आने वाले प्रवासी पंछियों ने थोड़ा इंतजार करवाया है। शुक्रवार से उन्होंने दस्तक देनी शुरू कर दी है। पंछी विशेषज्ञों के अनुसार रेड क्रेस्टेड पोचार्ड और केसर ह्विस्टलिंग डक शहर के गोरेवाड़ा तालाब में पहुंचने लगे हैं। हालांकि अभी भी बार हेडेड गीज, रुडी शेलडक, ग्रेलेग गुजी, डफड डक, कॉमन पोचार्ड, गार्गनेय, यूरेसियन विजन पक्षी, गढवाल पंछी, नॉर्दन शॉवलर का इंतजार हो रहा है। हर बार रेड क्रेस्टेड पोचार्ड पंछी अक्टूबर माह के शुरुआत में ही यहां पहुंच जाते हैं, लेकिन बारिश लंबे समय तक होने से व मौसम में हुए बदलाव के कारण पंछी देरी से आ रहे हैं।

हर बार अक्टूबर के बाद आने लगते हैं
नागपुर के दायरे में करीब 50 छोटे-बड़े तालाब हैं। जंगली क्षेत्र के आस-पास इन तालाबों पर हर साल ठंड में विदेशी पंछी दस्तक देते हैं। ये अक्टूबर के शुरुआत में आते हैं और फरवरी के अंत तक अपने-अपने स्थान पर वापस लौट जाते हैं। उक्त सभी प्रजाति के ये पंछी साइबेरिया, मंगोलिया, रशिया आदि स्थानों से लगभग साढ़े चार हजार किलोमीटर का सफर तय कर नागपुर पहुंचते हैं, जिसका मुख्य कारण यहां का मौसम उनके प्रवास के अनुकूल होता है। दरअसल ये जिस क्षेत्र में रहते हैं, वहां अक्टूबर के बाद से बहुत ज्यादा बर्फबारी होती है। ऐसे में उक्त पंछियों को खाना न के बराबर मिलता है। परिणाम स्वरूप वह हजारों मील का सफर कर यहां आते हैं। 

इन तालाबों पर देख सकते हैं
मुख्यत: शहर के अंबाझरी, गोरेवाड़ा, सायकी, पारडगांव, उंदरी तालाब आदि जगहों पर इन्हें देखा जाता है। पंछी विशेषज्ञ हर बार इनके आने का इंतजार करते हैं, लेकिन इस बार अक्टूबर माह खत्म होने के बाद भी इनका आगमन नहीं हो सका था, जिससे पंछी प्रेमी मायूस हो गए थे। अब जब इन पंछियों का आगमन शुरू हुआ है, तो पंछी प्रेमियों ने खुशी जाहिर की है। गोरेवाड़ा तालाब व अंबाझरी तालाब पर रेड क्रेस्टेड पोचार्ड व नॉर्दन शॉवलर पंछियों को देखा जा रहा है। हालांकि अभी-भी काफी पंछियों का इंतजार पंछी प्रेमी कर रहे हैं।

एवरेस्ट पार से आते हैं बार हेडेड गीज
इन पंछियों में बार हेडेड गीज नामक पंछी हर साल नागपुर आते हैं। पंछी विशेषज्ञों के अनुसार इन पंछियों का समूह एवरेस्ट पर्वत को पार कर हजारों किमी की दूरी तय कर यहां आते हैं। हालांकि अभी तक वह पहुंच नहीं पाए हैं। 

कब और कहां देखें
रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, केसर ह्विस्टलिंग डक पंछियों को देखने के लिए वेणा और गोरेवाड़ा तालाब पर जाया जा सकता है। इन पंछियों को सुबह 6 से 9 और शाम को 3 से 6 बजे तक विचरण करते हुए देखा जा सकता है। 

आने लगे हैं पंछी
शहर के तालाबों पर विदेशी पंछियों का आना शुरू हो गया है। भले ही उनके आने में एक महीने का विलंब हुआ है, लेकिन रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, नॉर्दन शॉवलर ने यहां दस्तक दे दी है। यह पक्षी मंगोलिया, रशिया व साइबेरिया से यहां आते हैं।। यहां कुछ महीने प्रवास करने के बाद गर्मी का मौसम आते ही वापस अपने वतन लौट जाते हैं। -अविनाश लोंढे, पंछी प्रेमी

Created On :   16 Nov 2019 8:28 AM GMT

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