जानिए कौनसी देवी करेगी किस ग्रह को शांत
डिजिटल डेस्क, भोपाल। नवरात्रि के नौ दिन नवदुर्गा यानि कि मां दुर्गा जिन्हें शक्ति स्वरूपा माना जाता है उनके नौ रूपों की साधना की जाती है। इनमें पहले से लेकर आखरी दिन तक क्रमशः माता के नौ रूपों की आराधना की जाती है। लेकिन जब नवग्रह शांति के लिये पूजा की जाती है तो इस क्रम में बदलाव किया जाता है। प्रत्येक ग्रह की माता अलग होती है। इसलिए ग्रह के हिसाब से देवी की आराधना की जाती है।
कौन-सा ग्रह है किस देवी का
पहला नवरात्र - नवरात्र के पहले दिन मंगल ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। मंगल की शांति के लिए माता के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
दूसरा नवरात्र - नवरात्र के दूसरे दिन राहू ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। राहू की शांति के लिए मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
तीसरा नवरात्र - नवरात्र के तीसरे दिन बृहस्पति ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। बृहस्पति की शांति के लिए मां के महागौरी स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
चौथा नवरात्र - नवरात्र के चौथे दिन शनि ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। शनि की शांति के लिए मां के कालरात्रि स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
पांचवा नवरात्र - नवरात्र के पांचवे दिन बुध ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। बुध की शांति के लिए मां के कात्यायनी स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
छठवा नवरात्र - नवरात्र के छठवे दिन केतु ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। केतु की शांति के लिए मां के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
सातवां नवरात्र - नवरात्र के सातवें दिन शुक्र ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। शुक्र की शांति के लिए मां के सिद्धिदात्रि स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
आठवां नवरात्र - नवरात्र के आठवें दिन सूर्य ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। सूर्य की शांति के लिए मां के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
नवां नवरात्र - नवरात्र के नवे दिन चंद्रमा ग्रह की शांति के लिए पूजा की जाती है। चंद्रमा की शांति के लिए मां के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
Created On :   21 March 2018 1:57 PM GMT