जानिए आखिर क्यों धरने पर बैठने को मजबूर हुए ADJ ?

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। हाईकोर्ट के इतिहास में ऐसा पहला मौका है जब कोई अपर जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) धरने पर बैठा है। 15 महीनों में 4 बार ट्रांसफर किए जाने से नाराज अपर जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) आरके श्रीवास मंगलवार की सुबह से हाईकोर्ट के गेट नंबर 3 के सामने धरने पर बैठ गए हैं। श्रीवास ने प्रधान न्यायाधीश जस्टिस जेएस केहर को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। हाल ही में मीडिया को जारी किए गए 5 पन्नों के पत्र में एडीजे ने काफी संगीन आरोप लगाते हुए चेतावनी दी थी कि उनके आरोपों की जांच न कराई गई तो वे 1 अगस्त से अनशन पर बैठने पर मजबूर होंगे।
दरअसल श्रीवास का कहना है कि यदि उनके आरोप गलत साबित हुए तो वे तत्काल अपना पद त्याग देंगे। फिलहाल श्रीवास हाईकोर्ट में ओएसडी के पद पर कार्यरत हैं।इससे पहले आरके श्रीवास ने बीते शुक्रवार को चीफ जस्टिस हेमंत गुप्ता को पत्र भेजकर बताया था कि 15 महीने में उन्हें धार से शहडोल, शहडोल से सिहोरा, सिहोरा से हाईकोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर और अब जबलपुर से नीमच ट्रांसफर किया जा रहा है। उनका आरोप है कि ये नियम कायदों के बिल्कुल विरूद्ध है। उनके तबादले दुर्भावनापूर्ण तरीके से किए जा रहे हैं। इससे पहले भी एडीजे श्रीवास ने तबादला नीति का पालन न होने का आरोप लगाते हुए एक पत्र जारी किया था।
Created On :   1 Aug 2017 11:28 AM IST