अब कोविंद के गांव में कभी नहीं होगा अंधेरा
टीम डिजिटल, कानपुर. रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद उनके गांव परौख के दिन बदलने लग गए हैं. डीवीवीएनएल की एक टीम ने उनके गांव की बिजली सप्लाई सिस्टम का मुआयना किया. जिसके बाद बिजली सुधार के लिए करीब 10 लाख रुपये का बजट बनाया गया है. डीवीवीएनएल की टीम का कहना है कि गांव में बिजली सुधार के लिए नए पोल, ट्रांसफॉर्मर और तार बिछाए जाएंगे. एग्जीक्युटिव इंजीनियर एसपी शर्मा के अनुसार, अगले हफ्ते गांव में एक कैंप लगेगा. इसमें लोग नए कनेक्शन लेंगे और बिलों का बकाया पेमेंट भी करेंगे. हालांकि परौख गांव को बाकी गांवों की तरह ही बिजली मिलेगी.
बाकी गांवों की तरह डेरापुर तहसील के परौख गांव का पावर सप्लाई सिस्टम करीब 3 दशक पुराना है. अक्सर यहां फॉल्ट के कारण बिजली नहीं आ पाती है. रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के बाद डीवीवीएनएल के अधिकारियों के कान खड़े हुए. गुरुवार को अधिकारियों की एक टीम गांव पहुंची. सर्वे के बाद यहां 76 नए पोल लगाने, 25-26 किमी नए तार बिछाने, 1 किमी तक एरियल बंच कंडक्टर और 7 नए ट्रांसफॉर्मर लगाने का फैसला हुआ. एक्सईएन शर्मा के मुताबिक, गांव में 156 लोगों ने बिजली के कनेक्शन ले रखे हैं. बिल भी रेग्युलर आता है. लोगों की डिमांड पर अगले हफ्ते कैंप लगाकर नए कनेक्शन दिए जाएंगे.
Created On :   24 Jun 2017 8:34 AM GMT