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‘पालकत्व योजना’ के नाम पर फर्जीवाड़ा, जांचे बिना दे दी फर्जी पदाधिकारी को सरकारी जमीन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पांचपावली फ्लाईओवर के नीचे की सरकारी जमीन संस्था को देने का मामला उजागर हुआ है। संस्था में जो व्यक्ति पदाधिकारी नहीं हैं, उसी ने अध्यक्ष के साथ मिलकर मनपा को पत्र लिखा और पालकत्व योजना के नाम पर यह जमीन हथिया ली। गांधीबाग जोन के सहायक आयुक्त अशोक पाटील ने यह जमीन देते समय दस्तावेजों की जांच करना जरूरी नहीं समझा था और आज भी वे इसकी जरूरत नहीं होने का अजीबो-गरीब दावा कर रहे हैं। पूरे मामले को लेकर संस्था अध्यक्ष व मनपा अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध बन गई है। सहायक आयुक्त इसके पूर्व भी विवादों में रहे हैं।
संस्था के पदाधिकारियों पर एक नजर
संस्था के अध्यक्ष पांडुरंग वाघ, उपाध्यक्ष पंकज सोनडवले, सचिव लता सोरते, सहसचिव कु. मिनाक्षी निमजे, कोषाध्यक्ष लता वाघ, सदस्य किशोर मारुडकर व कु. लीना राहाटे हैं। इस संस्था का पंजीयन अप्रैल 1998 में हुआ है और तब से लेकर आज तक चैरिटी कार्यालय में ये सात लोग ही पदाधिकारी हैं। अध्यक्ष वाघ ने पदाधिकारियों को छोड़कर राजू भुंजे को साथ लेकर मनपा को क्यों पत्र दिया यह सवाल बना हुआ है। अध्यक्ष चाहते, तो पदाधिकारियों को साथ लेकर भी सरकारी जमीन का पालकत्व ले सकते थे।
2016 में दी थी जमीन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनपा के गांधीबाग जोन ने पांचपावली फ्लाईओवर के नीचे (रेलवे फाटक के पास) की जमीन मुकुल शिक्षण व जनकल्याण बहुउद्देशीय संस्था को 2016 में पालकत्व योजना के तौर पर दे दी। राजू भुंजे ने अध्यक्ष पांडुरंग वाघ के साथ मिलकर मनपा को पत्र लिखकर यह जमीन मांगी थी। राजू भुंजे ने संस्था का जो लेटरहेड मनपा को दिया, उसमें खुद को सहसचिव दिखाया गया है, जबकि राजू भुंजे कभी भी इस संस्था का पदाधिकारी नहीं रहा। मनपा के सहायक आयुक्त अशोक पाटील, उप अभियंता व सेक्शन इंजीनियर ने मिलकर बगैर दस्तावेजों की जांच किए यह जमीन संस्था को दे दी। सहायक आयुक्त अशोक पाटील विवादित अधिकारी हैं और गत वर्ष मनपा ने उन्हें निलंबित किया था।
मेरी तरफ से कार्रवाई नहीं होगी
इस संबंध में जब मनपा गांधीबाग जोन के सहायक आयुक्त अशोक पाटील से फोन पर सवाल किए गए, तो उन्होंने कुछ इस प्रकार जवाब दिए और कहा कि मेरी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होगी।
Q सर, राजू भुंजे पदाधिकारी नहीं है, फिर जमीन कैसे दी?
-आपको क्या बोलना है, वह बताओ।
Q दस्तावेजों की जांच नहीं की?
-जांच करना जरूरी नहीं समझा आैर अभी भी दस्तावेजों की जांच नहीं करनी है।
Q खुलासा हुआ कि राजू पदाधिकारी नहीं हैं, कार्रवाई होगी?
-मेरी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होगी।
Q जगह आपके ही हस्ताक्षर से संस्था को दी गई?
-मेरी ही सही है, आगे बोलो, कार्रवाई करने की जरूरत नहीं लगती।
सहसचिव हूं, अध्यक्ष से संपर्क करें
मैं संस्था का सहसचिव हूं और पालकत्व योजना के तहत मनपा से जमीन ली है। आप अध्यक्ष से संपर्क करें, उन्हें सब पता है। तहसील पुलिस थाने में जो शिकायत गई थी उसमें समझौता हो गया है।
- राजू भुंजे, सहसचिव
राजू भुंजे सहसचिव नहीं हैं
राजू भुंजे संस्था के सहसचिव या सदस्य नहीं हैं। मनपा को जमीन मांगने के संबंध में जो पत्र दिया गया था, उस लेटरहेड पर मेरे अलावा राजू भुंजे ने सहसचिव के तौर पर हस्ताक्षर किए हैं। फिलहाल वह संस्था में नहीं हैं, लेकिन उन्हें संस्था में ले लिया जाएगा। हमने अच्छे काम के लिए जगह ली है। कुछ पदाधिकारी व सदस्यों की मौत हुई है। अशोक पाटील नामक अधिकारी ने हमें मदद की थी।
- पांडुरंग वाघ, संस्थाध्यक्ष
इसलिए जगह दे दी
शिकायत नहीं आई है, इस जगह पर गंदगी होती थी, इसलिए दे दी।
- अशोक पाटील, सहायक आयुक्त, गांधीबाग जोन मनपा
Created On :   28 Jan 2019 7:22 AM GMT